हम दिन में चार बार खाते हैं- नाश्ता, दोपहर का खाना, चार बजे का कुछ हल्का-फुल्का और फिर रात का खाना। और हाँ, बीच-बीच में कुछ चुटूर-पुटूर खाना भी हम नहीं भूलते हैं।
यह स्थिति जानकर आप कल्पना कर सकते हैं कि एक गृहिणी का अमूमन कितना समय खाना बनाने में बीत जाता है? पूरे दिन का लगभग आधा। जब घर की एक सदस्या अपना आधा समय वहाँ बिताती है तो क्या जरूरी नहीं कि उस जगह को एकदम परफेक्ट बनाया जाए।
हम हमारे घर का हर हिस्सा बेहतर सजाते-सँवारते हैं, ड्राइंग रूम, बेडरूम, लिविंग रूम यहाँ तक कि डायनिंग हॉल भी। उपेक्षित रहता है तो बस वह कोना, जहाँ हमारी तृप्ति पर सबसे ज्यादा समय बिताया जाता है। यहाँ पेश है एक परफेक्ट किचन प्लान।
किचन प्लान करते वक्त यह ध्यान रखें :-
* कितने व्यक्ति किचन का इस्तेमाल करते हैं, उनकी जरूरतें क्या हैं।
* आपके घर में कितने नौकर हैं? क्या वे पूरे दिन रहते हैं या फिर कुछ घंटे काम पर आते हैं। किचन में उनका क्या काम होता है।
* आपको खाना बनाने के लिए कितनी जगह चाहिए, इलेक्ट्रिक उपकरण कौन-कौन से होंगे व कहाँ रखे जाएँगे। पॉवर पॉइंट की स्थिति। यहाँ तक कि आपके यहाँ खाना बनाने वाला व्यक्ति उल्टे हाथ से काम करने वाला तो नहीं है।
* उस जगह का भी हिसाब लगाइए, जहाँ आप खाने का सामान, बर्तन या कोई रैक रखेंगी। किचन में बनने वाली ड्रॉअर और अलमारी का भी नक्शा बनाइए।