शयन कक्ष घर का वह कमरा होता है, जहाँ आप अपने दिनभर की थकान को मिटाने के लिए चैन की नींद सोते हैं। जब आपकी नींद अच्छी होती है तो आपका दिन भी अच्छा गुजरता है। आइये जानते हैं कुछ ऐसी बातें, जो शयन कक्ष का चयन करने में आपके लिए मददगार सिद्ध होंगी -
* शयन कक्ष को सजाने के लिए फर्नीचर इस प्रकार का होना चाहिए जिससे कक्ष में ज्यादा जगह प्रतीत हो और कमरा बड़ा लगे। यदि आप अपना स्वयं का घर बनाते हैं, तब तो आप शयन कक्ष की लंबाई-चौ़ड़ाई अपनी इच्छानुसार रख सकते हैं, परंतु यदि आपके पास फ्लैट है, तब आप उपर्युक्त रूपरेखा के अनुसार कक्ष को सजा सकते हैं।
* कक्ष के लिए उपयुक्त स्थान आपकी अपनी पसंद पर निर्भर करता है। यदि आपकी नींद कच्ची है, तो आपका शयन कक्ष घर के शांत कोने में होना चाहिए।
* यदि आपकी देर तक सोने की आदत है तो आपका कमरा उस जगह होना चाहिए जहाँ सूरज की रोशनी न आ सके।
* यदि आप सुबह उठने के आदी हैं, तो आपका कमरा पूर्वमुखी होना चाहिए, जिससे कि सूर्य की रोशनी सीधी आप पर आए।
* कक्ष के लिए मौसम के बदलाव को भी ध्यान में रखा जा सकता है। शयन कक्ष उस दिशा में हो जहाँ पर स्वच्छ हवा का संचार हो सके। भारत के पश्चिम और मध्य भागों में पश्चिम या दक्षिण-पश्चिम की ओर से हवा का आदान होता है, जबकि पूर्वी स्थानों में दक्षिण-पूर्वी हवा कमरे को गर्म कर सकती है।
* बच्चों का शयन कक्ष प्रायः माता-पिता के शयन कक्ष के पास ही होता है। जब तक बच्चे छोटे हों व आप पर निर्भर रहते हों, तब तक के लिए शयन कक्ष माता-पिता के पास ही होना चाहिए।
* आपके शयन कक्ष के पास ही बाथरूम होना चाहिए।
* कक्ष में सामान के लिए जगह विभाजित करना करना चाहिए अर्थात पलंग, ड्रेसिंग टेबल, अलमारी आदि कहाँ रखी जाएगी।