जल हमारे जीवन की एक महती आवश्यकता है। जीवन के लिए अमूल्य इस जल का संग्रह करने के लिए हम घर की छत पर पानी की टंकी बनवाते है या फिर आँगन में जमीन के नीचे पानी का टैंक।
घर में पानी का टैंक कहाँ पर बनाया जाए। इसको लेकर हमारे मन में हमेशा भ्रम रहता है। वास्तु में आपकी इस समस्या का भी समाधान है। आइए जानते हैं वास्तु के अनुसार पानी का टैंक कहाँ होना चाहिए।
* पानी का टैंक हमेशा पश्चिम या दक्षिण-पश्चिम दिशा में स्थित होना चाहिए।
* यह टैंक कभी भी दक्षिण-पूर्व दिशा के कोने में नहीं बनवाना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से आपको दुर्घटना या धन का नाश होने का भय रहता है।
* इस टैंक का निर्माण पश्चिम दिशा में कराया जाना शुभ माना जाता है क्योंकि यह दिशा वरूण देव की दिशा है, जो जल देवता वरूण देव की दिशा है।
* टैंक ऐसी जगह बनाया जाए, जहाँ पर से उसमें सुबह की सूर्य की किरण प्रवेश करे।
* पानी का टैंक उत्तर-पश्चिम दिशा में नहीं बनाना चाहिए। यदि टैंक इस दिशा में बनाया जाता है तो टैंक का आकार छोटा रखना चाहिए तथा इसकी दूरी उत्तर-पश्चिम दिशा के कार्नर से कम से कम दो फीट होनी चाहिए।
* पानी के टैंक पर प्लास्टिक के ढक्कन न लगाएँ। यदि आप प्लास्टिक के ढक्कन लगा ही रहे हैं तो वह नीले या काले रंग के होने चाहिए क्योंकि ये सूर्य की ऊष्मा के अच्छे अवशोषक होते हैं।
* यदि संभव हो तो पीने के पानी व अन्य कार्यों में उपयोग में लाए जाने वाले पानी के लिए अलग-अलग टैंक होना चाहिए।