घर की साज-सज्जा में पेंटिंग का अपना एक अलग स्थान है। थीम को ध्यान में रखकर पेंटिंग का चयन किया जाए तो दीवार तो क्या पूरा कमरा ही खिल उठेगा। सही पेंटिंग के चुनाव के साथ-साथ यह भी जानना जरूरी है कि इसे कहाँ और कैसे लगाएँ? पेंटिंग का चुनाव करते समय दीवारों के रंग, कमरे का साइज एवं फर्नीचर को ध्यान में रखें।
* पेंटिंग का साइज आपके घर के लेआउट पर निर्भर करता है। घर में अगर फर्नीचर ज्यादा है तो छोटी-छोटी कलात्मक पेंटिंग अच्छी लगती हैं।
* छोटे कमरे में बड़ी साइज की पेंटिंग अच्छी नहीं लगती। आमने-सामने दो बड़ी पेंटिंग नहीं लगाएँ।
* दीवार पर पेंटिंग लगाते समय कमरे में लाइट की पोजीशन का भी ध्यान रखें। किसी भी पेंटिंग को उभारने में लाइट बहुत बड़ी भूमिका अदा करती है। कभी भी पेंटिंग पर सीधी लाइट नहीं पड़नी चाहिए। पेंटिंग के ऊपर पिक्चर लाइट भी लगाई जा सकती है, इससे पेंटिंग पर अच्छा प्रभाव पड़ता है।
* कमरे की सारी लाइट एक साथ न जलाएँ, इससे पेंटिंग का प्रभाव बदल जाता है।
* यदि कमरे को राजस्थानी शैली में सजाया गया है और फर्नीचर भी उसी हिसाब से लिया गया है तो पेंटिंग भी राजस्थानी लें।
* नदी, पहाड़, सनसेट जैसी पेंटिंग कहीं भी लगाई जा सकती है।
* बेडरूम या डाइनिंग रूम में शोख रंगों वाली खूबसूरत पेंटिंग लगाएँ। अगर दीवार खाली है तो मध्यम आकार की फ्रेम जड़ित पेंटिंग से कमरा भरा- भरा लगेगा।
* घर सजाने के लिए बहुत महँगी पेंटिंग खरीदने की आवश्यकता नहीं है। किसी अच्छे कैलेंडर की कोई सुंदर पेंटिंग को काटकर उसे डबल ग्लास फ्रेमिंग कर दें। इस तरह इन कुछ महत्वपूर्ण बातों को ध्यान में रखकर अपने घर के लिए पेंटिंग का चुनाव करें और अपने घर को आकर्षक बनाएँ।