कपड़े का रंग :
* फर्नीचर पर वही कपड़ा लगाएँ जो आसानी से घर पर धोया जा सके।
* वेलवेट गर्मियों में आरामदायक नहीं होता। यह धूल-मिट्टी के कण पकड़ता है। ऊपर से पता नहीं चलता, पर धूल-मिट्टी इसके अंदर जमा होती रहती है। इसे साफ करना मुश्किल होता है।
* सूती कपड़ा सिकुड़ता भी है और एक धुलाई के बाद उसमें चमक नहीं रहती। पोलिस्टर गर्मियों में गर्म और सर्दियों में ठंडा होता है, इसे लगाने से बचें।
* बेहतर यही होगा कि पोलिस्टर और सूती के सम्मिश्रण वाला कपड़ा लगाया जाए। इसमें वैरायटी बहुत है और यह आसानी से धोया जा सकता है। फर्नीचर के लूज कवर भी बनवा सकते हैं। गंदे होने पर इन्हें उतार कर आसानी से धोया जा सकता है।
* फर्नीचर का रखरखाव :
फर्नीचर की फिनिशिंग ऐसी होनी चाहिए कि उसके रखरखाव पर कम समय और धन व्यय हो। फर्नीचर की पॉलिश कई तरह की होती है। जैसे स्प्रिट पॉलिश, लैकरा और पोली यूरिथिन पॉलिश अच्छी तरह से स्प्रिट पॉलिश की जाए, तो बहुत बढ़िया फिनिश देती है। यह सबसे सस्ती है।
* लैकरा वाटर प्रूफ है। इस पर पानी का दाग नहीं पड़ता। यह स्प्रिट की तुलना में महँगी जरूर है, पर साधारण से साधारण फर्नीचर को भी अच्छा लुक देती है।
* टच वुड के नाम से भी दो तरह की पॉलिश आती है- ग्लॉसी और मैट फिनिश। ग्लॉसी चमक देती है तो मैट फिनिश सोबर लगती है। पॉलीयूरिथिन सबसे बढ़िया मानी जाती है। इसमें स्प्रेगन से पॉलिश की जाती है। हालाँकि यह महँगी अवश्य पड़ती है, पर आराम से 10 साल चल जाती है।
इस प्रकार इन बातों को ध्यान में रखकर आप यदि अपना फर्नीचर बनवाएँ तो आपका घर स्वर्ग से भी सुंदर नजर आएगा।