सप्ताह में एक बार दूध में बेसन मिलाकर पेस्ट बना लें। नहाने से पहले इस उबटन को हलके हाथों से बच्चे के शरीर पर रगड़ें। इससे त्वचा की भीतरी सफाई हो जाती है। किशोरावस्था से पहले यह ध्यान रखें कि त्वचा तैलीय तो नहीं है, ताकि जरूरत पड़ने पर सुरक्षात्मक उपाय किए जा सकें। अगर त्वचा पर चिकनाहट दिखने लगे तो गुलाबजल से चेहरे को रगड़कर साफ करें। दिन में चेहरे को दो बार से ज्यादा साबुन और पानी से नहीं धोएँ, क्योंकि इससे त्वचा क्षारीय (अल्कालाइन) बन जाती है, जिससे बैक्टीरिया सक्रिय होकर त्वचा को नुकसान पहुँचा सकते हैं।
अनेक बच्चों के शरीर पर जन्म से ही घने बाल होते हैं, लेकिन आमतौर पर समय के साथ उनके बाल कम होते जाते हैं। यह तो स्पष्ट है कि बाल हटाने के तरीके बच्चों पर नहीं आजमाए जा सकते, लेकिन बेसन और दूध का उबटन शरीर पर रगड़ने से माना जाता है कि घने बालों की बढ़त थम जाएगी। त्वचा को निखारने में भी इससे मदद मिल सकती है।
दही को त्वचा पर 15-20 मिनट तक लगाकर धोने से त्वचा में निखार आ जाता है। त्वचा का रंग ज्यादा मायने नहीं रखता। यह इतना महत्वपूर्ण नहीं है, जितना कि त्वचा का स्वास्थ्य। त्वचा का स्वास्थ्य ही सुंदरता के लिए महत्वपूर्ण है।