गिल का यह आईसीसी टूर्नामेंट में पहला शतक है। उन्होंने अपने इस धीमे शतक के लिए 129 गेंद का सामना किया जिसमें नौ चौके और दो छक्के जड़े थे। उनके साथ केएल राहुल (नाबाद 41 रन, 47 गेंद, एक चौका, दो छक्के) ने 87 रन की अटूट साझेदारी निभाई और छक्का जड़कर जीत दिलाई। टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने उतरी बांग्लादेश के लिए मांसपेशियों में खिंचाव से जूझ रहे तौहीद हृदय ने अपना पहला वनडे शतक जड़ा लेकिन शमी (53 रन देकर पांच विकेट) की गेंदबाजी के सामने टीम 49.4 ओवर में 228 रन पर ढेर हो गई।
भारत ने रोहित शर्मा (41 रन) और गिल की तेज शुरूआत के बाद जल्दी जल्दी विकेट गंवा दिए। लेकिन फिर गिल और राहुल ने मिलकर 46.3 ओवर में चार विकेट पर 231 रन बनाकर टीम को जीत तक पहुंचाया।
रोहित ने तेज शुरूआत की और जल्द ही वनडे में 11,000 रन पूरे किए। पर पावरप्ले के अंतिम ओवर में तास्किन अहमद की गेंद को हवा में उठाया और रिशाद हुसैन को आसान कैच दे बैठे जिससे उनकी 36 गेंद में सात चौके जड़ित पारी का अंत हुआ।
गिल और विराट कोहली ने धीमी होती पिच पर संभलकर बल्लेबाजी की जिस पर स्पिनरों को काफी मदद मिल रही थी। कोहली अच्छी लय में दिख रहे थे लेकिन एक बार फिर लेग स्पिन का शिकार हो गए। उन्होंने रिशाद हुसैन की लेग ब्रेक गेंद पर बैकवर्ड प्वाइंट में कट करने का प्रयास किया जहां सौम्य सरकार ने आसान कैच लेकर 38 गेंद में 22 रन की पारी का अंत किया। इस तरह भारत ने 112 रन पर दूसरा विकेट गंवाया।
इंग्लैंड के खिलाफ श्रृंखला की शानदार लय को जारी रखते हुए गिल ने धीमी बल्लेबाजी करते हुए 69 गेंद में पांच चौके और एक छक्के की मदद से अपना पचासा पूरा किया। यह उनका सबसे धीमा अर्धशतक है।
श्रेयस अय्यर (15 रन) ने शुरू में रन लेने में हुई गफलत से बचने के बाद मुस्तफिजुर रहमान की गेंद पर दो चौके लगाकर लय में आने की कोशिश की। उन्होंने फिर से मुस्तफिजुर की धीमी ऑफकटर पर चौका लगाने का प्रयास किया, पर आउट हो गए। भारत ने 28वें ओवर में 133 रन पर अपना तीसरा विकेट गंवाया।
अक्षर पटेल को बल्लेबाजी क्रम में पांचवें नंबर पर भेजा गया लेकिन यह रणनीति काम नहीं आ सकी, वह रिशाद हुसैन की गेंद पर उन्हें ही कैच देकर पवेलियन पहुंच गए। भारत को 144 रन पर चौथा झटका लगा।
फिर गिल और राहुल ने धीमी होती पिच पर मिलकर संभलकर खेलना जारी रखा और अर्धशतकीय साझेदारी निभाई। इस दौरान राहुल का कैच छूटा जो जाकिर अली ने ही छोड़ा जिन्होंने भी स्टंप के पीछे राहुल द्वारा जीवनदान दिए जाने के बाद अर्धशतकीय पारी खेली थी।
पर अगर यह लपक लिया जाता तो भारत के लिए मुश्किल हो सकती थी।
A fighting century from Shubman Gill helps India begin their #ChampionsTrophy campaign with a win #BANvIND : https://t.co/YrDJCV7R6G pic.twitter.com/xzVJ0niQ0J
— ICC (@ICC) February 20, 2025
इससे पहले हृदय (100, 118 गेंद, छह चौके, दो छक्के) और जाकिर अली (68 रन, 114 गेंद, चार चौके) ने छठे विकेट के लिए 154 रन की शानदार साझेदारी कर बांग्लादेश को ऐसे समय में वापसी कराई जब टीम 35 रन पर पांच विकेट गंवाकर जूझ रही थी।
शमी ने 10 ओवर में 53 रन देकर पांच विकेट लिए जिससे चोटिल तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की अनुपस्थिति से जुड़ी चिंता भी कम हुईं। इस दौरान वह सबसे कम मैच में 200 वनडे विकेट तक पहुंचने वाले सबसे तेज भारतीय गेंदबाज भी बने।
ह्रदय की शतकीय पारी उदाहरण थी कि पारी को कैसे संवारा जाए और साथ ही रन गति को भी कैसे ठीक रखा जाए। उन्होंने अपनी पारी के दौरान केवल 114 गेंदों का सामना किया।
उन्होंने और अली ने दबाव में बेहतरीन संयम दिखाया। हालांकि, दोनों बांग्लादेशी बल्लेबाजों को भारतीय क्षेत्ररक्षकों की कमजोरी का फायदा मिला। अली को पहली ही गेंद पर जीवनदान मिला जबकि उन्होंने खाता भी नहीं खोला था जिससे बाएं हाथ के स्पिनर अक्षर पटेल (43 रन देकर दो विकेट) की हैट्रिक का मौका भी छिन गया। अक्षर ने इससे पहले की लगातार गेंदों पर मुशफिकुर रहीम और तंजीद हसन को आउट किया था।
हृदय को भी भाग्य का साथ मिला जब वह 23 रन पर थे और कुलदीप यादव की गेंद पर हार्दिक पंड्या मिड-ऑफ पर उनका कैच लपकने से चूक गए।
हृदय को दूसरा जीवनदान तब मिला जब केएल राहुल ने स्टंपिंग का मौका गंवा दिया।
भारतीय क्षेत्ररक्षकों की लापरवाही से बांग्लादेश के बल्लेबाजों को लगातार एक दो रन लेने का मौका मिला जिससे उन पर दबाव कुछ कम हुआ।
लेकिन क्षेत्ररक्षण की इन कमियों के बावजूद भारतीय गेंदबाजों विशेषकर शमी के नई गेंद का बखूबी इस्तेमाल किया।
हाल में घरेलू मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ टी20 और वनडे श्रृंखला में औसत प्रदर्शन करने वाले शमी ने बड़े मंच पर निराश नहीं किया और पहले ही ओवर में सलामी बल्लेबाज सौम्य सरकार का विकेट झटक लिया।
उन्होंने अपना दूसरा विकेट लेने में ज्यादा समय नहीं लगाया और मेहदी हसन मिराज को आउट किया जिनका कैच स्लिप में खड़े शुभमन गिल ने लपका।
बंगाल के इस तेज गेंदबाज ने फिर हृदय और अली के बीच शतकीय साझेदारी का अंत कर वापसी की। अली को आउट करते ही वह सबसे कम मैच में 200 विकेट झटकने वाले भारतीय गेंदबाज बन गए।
इसके बाद शमी ने दो और विकेट लिए जिससे अब यह 34 वर्षीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) टूर्नामेंट में भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाला गेंदबाज बन गया है। इस तरह उन्होंने पूर्व तेज गेंदबाज जहीर खान (59) को पीछे छोड़ दिया है।
बाएं हाथ के तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह पर तरजीह दिए जाने वाले हर्षित राणा ने भी अपने सीनियर साथी का अच्छा साथ निभाया और 31 रन देकर तीन विकेट अपने नाम किए।(भाषा)