Inner Line Permit India: भारत एक बहुत विशाल देश है जहां की सांस्कृतिक और भोगोलिक विविधता इसे समृद्ध बनाती है। भारत में एक्सप्लोर करने को काफी कुछ है। हमारे देश में एक शहर से दूसरे तक पहुंचना न सिर्फ आसान है, बल्कि किसी भी ट्रिप को सीमित बजाट में भी पूरा किया जा सकता है। हालांकि, भारत में ऐसी भी जगहें हैं जहां जाने के लिए भारतीयों को भी खास परमिट की जरूरत पड़ती है।
भारत में ऐसी कई जगहें हैं, जहां जाने के लिए देशवासियों को ही स्पेशल परमिशन की जरूरत पड़ती है। इन जगहों पर जाने के लिए एक तरह से भारतीयों को ही वीजा लेना पड़ता है। इन जगहों पर बिना स्पेशल परमिशन के आप घूम नहीं सकते हैं। बिना राज्य सरकारों की अनुमति के इन जगहों पर आप प्रवेश नहीं कर सकते हैं. आपको अजीब जरूर लग रहा होगा लेकिन यह सच है कि वीजा सिर्फ विदेश जाने के लिए ही नहीं, बल्कि भारत में भी कई जगहों के भ्रमण और वहां प्रवेश के लिए एक तरह का स्पेशल वीजा यानी अनुमति लेनी पड़ती है।
आइए इस आलेख में जानते हैं किन जगहों पर जानें कि लिए इनर लाइन पर्मिशन (ILP) की जरूरत पड़ती है।
क्या होता है इनर लाइन पर्मिशन?
इस परमिट की आवश्यकता तब होती है, जब लोग संवेदनशील क्षेत्रों की यात्रा कर रहे होते हैं, जो अन्य देशों के साथ सीमा साझा करते हैं। इससे पर्यटकों की सुरक्षा में मदद मिलती है, लोगों की आवाजाही का प्रबंधन हो पाता है और सबसे जरूरी, जनजातीय समुदाय को नुकसान नहीं पहुंचता।
इन 6 जगहें पर जाने के लिए भारतीयों को भी चाहिए होता है ILP
अरुणाचल प्रदेश:
संस्कृति से समृद्ध भारत का उत्तर पूर्वी राज्य अरुणाचल प्रदेश, चीन, भूटान और म्यांमार के साथ अपनी सीमा साझा करता है। यहां घूमने के लिए आपको रेजिडेंट कमिश्नर, अरुणाचल प्रदेश सरकार से अपना परमिट प्राप्त करना होता है। ये परमिट आपको कोलकाता, शिलॉन्ग, गुवाहाटी और दिल्ली से मिल जाएगा।
नागालैंड :
कई जनजातियों का घर है, नागालेंड जो अपनी सीमा मयंमार के साथ साझा करता है। इसलिए यहां के इलाकों को सैलानियों के लिए संवेदनशील माना जाता है। नागालैंड घूमने के लिए आपको उप आयुक्त से ILP लेना होगा, जो दिल्ली, कोलकाता, कोहिमा, दीमापुर, शिलॉन्ग और मोकोकचुंग से मिल सकता है।
लक्षद्वीप :
लक्षद्वीप भारत का एक ऐसा द्वीप है जो भारत के सबसे खूबसूरत पर्यटन स्थलों में से एक है। लक्षद्वीप अपने खूबसूरत समुद्र तटों, साफ नीले पानी और स्वादिष्ट खाने के लिए जाना जाता है। हालांकि, इस यूनियन टेरीटरी में प्रवेश करने के लिए आपको खास पर्मिट और पुलिस से क्लीयरेंस सर्टिफिकेट चाहिए होगा।
मिजोरम :
भारत के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र का एक और खूबसूरत राज्य, मिजोरम का बॉर्डर मयंमार और बांग्लादेश से मिलता है। यह राज्य भी कई जनजातियों का घर है। यहां घूमने के लिए आईएलपी यहां संपर्क अधिकारी, मिजोरम सरकार से लिया जा सकता है, जो सिलचर, कोलकाता, शिलांग, दिल्ली और गुवाहाटी से मिल सकता है। अगर आप फ्लाइट से सफर कर रहे हैं, तो आपको आइजोल पहुंचने पर एयरपोर्ट से सुरक्षा अधिकारी से विशेष पास मिल सकता है।
सिक्कम :
सिक्कम खूबसूरत मैदानों, शानदार व्यंजनों, कई मठों, क्रिस्टल झीलों और आकर्षक दृश्यों का राज्य है। भारत के सबसे छोटे राज्यों में से एक, सिक्कम में ऐसी खूबसूरती बसी है, जो आपने शायद ही कभी देखी हो। सिक्कम जाने पर अक्सर लोग सबसे ऊंचे पॉइन्ट पर भी जाना चाहते हैं, जिसके लिए पर्मिट की जरूरत पड़ती है। त्सोमगो बाबा मंदिर यात्रा, सिंगालीला ट्रेक, नाथला पास, द्ज़ोंगरी ट्रेक, थंगु-चोप्टा घाटी यात्रा, युमेसमडोंग, युमथांग और जीरो पॉइंट यात्रा और गुरुडोगमार झील के लिए स्पेशल पास की जरूरत होती है। परमिट पर्यटन और नागरिक उड्डयन विभाग द्वारा जारी किया जाता है, जिसे बागडोगरा हवाई अड्डे और रंगपोचेकपोस्ट से लिया जा सकता है।
लद्दाख :
यह भारत का एक ऐसा हिस्सा है जिसके बारे में किसी को बताने की जरूरत नहीं। लद्दाख सभी घुमकड़ों की बकेट लिस्ट का हिस्सा होता है। हालांकि, अगर आप नुब्रा घाटी, खारदुंग ला दर्रा, त्सो मोरीरी झील, पैंगोंग त्सो झील, दाह, हनु गांव, न्योमा, तुर्तुक, दिगार ला और तंग्यार जाना चाहते हैं, तो आपको इसके लिए इनर लाइन पर्मिट (ILP) की जरूरत होगी।