इस बार वीकेंड लम्बा है। 13 अगस्त से 15 तक तो आपकी छुट्टियां हैं। तीन दिन की छुट्टी लो तो नौ दिन सैर सपाटा किया जा सकता है। इसका पूरा मजा ले सकते हैं कोई बेहतरीन प्लान बनाकर। इस वीकेंड में कहीं निकल पड़े तो क्या कहने परंतु आपका यह वीकेंड तभी सही तरीके से मनेगा जब आपकी प्लानिंग सही हो। अगर कहीं घूमने जाने का मन बना लिया है तो कुछ खास बातें आपको जानना जरूरी हैं।
प्लान शब्द का ही मतलब है एक के बाद एक सही कदम, परंतु अगर आपने अब प्लान करना शुरू किया है तो पहली गलती तो हो ही चुकी है। ऐसे में अब बहुत जरूरी है कि बाकी सभी कदम समझदारी से भरे और सही ऑर्डर में हों।
जगह का चुनाव
आपका बाहर जाने का मन है तो पहला काम जगह पक्की करना है। घर में जितने भी सदस्य हैं उनके साथ एक साथ बैठे। उनके दिमाग में कौन सी जगह है जानें। उनसे कारण भी पूछें। इससे आपको भी मन बनाने में मदद होगी। चूंकि अब दूर नहीं जा सकते हैं क्योंकि रेल में रिजर्वेशन मिलना मुश्किल है। प्लेन के टिकट दोगुने से तिगुने हो गए हैं। यदि दूर जाने का इंतजाम हो जाता है तो ठीक वरना आसपास की जगह चुनी जाए। दिया तले अंधेरा वाली कहावत तो सुनी ही होगी, ऐसा हमारे साथ अक्सर होता है। दूर-दराज की जगहों से हम वाकिफ रहते हैं, लेकिन आसपास के खूबसूरत स्थलों की अवहेलना कर देते हैं। दिमाग पर जोर डालेंगे तो सौ से दो सौ किलोमीटर के दायरे में कई उम्दा स्थल मिल जाएंगे। इंटरनेट इस मामले में आपके लिए मददगार साबित होगा।
सबकी लें राय
मौसम का ख्याल करते हुए जगह निश्चित करें। यदि बच्चे और बुजुर्ग भी साथ हों तो गौर करना लाजमी है। बुजुर्ग चाहते हों कि किसी खास धार्मिक उत्सव में शरीक हों और तीर्थ के दर्शन कर लिए जाएं तो वहां भी जाया जा सकता है। धार्मिक स्थलों पर घूमना सस्ता रहता है। पारिवारिक माहौल मिलता है। ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं होती है। युवा लोग हैं तो यात्रा को रोमांच से सराबोर किया जा सकता है। पहाड़ और नदी के बीच दुर्गम स्थानों पर जाया जा सकता है। यहां जाने के लिए खूब चलने और कठिनाइयों का सामना करने की मानसिक स्थिति होनी चाहिए। परिवार साथ में हो तो कोई हिल स्टेशन चुना जाना चाहिए। सबकी राय और सबकी स्थिति देख निर्णय लीजिए।
पहला पड़ाव आपने पार कर लिया है। आपकी जगह निश्चित हो गई है। अब वहां पहुंचने का बंदोबस्त दूसरा कदम है। आपका प्लान देरी से बना है इसलिए आपके साथ माइनस प्वाइंट यह है कि आपकी ट्रेन, बस या फ्लाइट की बुकिंग नहीं है।
अगले पेज पर कैसे मिलेगा तुरंत टिकिट...
ट्रेवलिंग का माध्यम
आप किस माध्यम से जाना चाहते हैं यह भी सभी सदस्यों की मीटिंग में तय करने की कोशिश करें। जगह के हिसाब से अपनी ट्रेवलिंग का जरिया तय करें। आप कब पहुंचना चाहते हैं यह भी खास है। कई बार आप ट्रेन से जाना चाहते हैं परंतु आपके चाहे दिनों में ट्रेन चलती ही नहीं। ऐसे में अल्टरनेटिव जरिया आपको सोचना होगा।
ट्रेवलिंग बुकिंग की मशक्क्त : सभी लोग जाना चाहते हैं। कैलेण्डर देख कई लोगों ने तैयारी पहले से कर रखी है परंतु उससे आपका क्या सरोकार। आपकी मुसीबत यह है कि जितना लोग पहले से तैयार हैं उतनी आपको परेशानी आने वाली है। कई लोग छुट्टियों का हिसाब किताब पहले से कर लेते हैं। उनका पहला काम होता है ट्रेवलिंग के लिए बुकिंग करवाना। ऐसे में आपको बुकिंग कराने की मुश्किल है। ट्रेन, बसें और फ्लाइट्स फुल हैं। आपकी मेहनत बढ़ जाने वाली है। आपको एक्टिव होना होगा।
बस : अगर आपने बस से जाने का मन बनाया है तो आपको सभी ट्रेवलिंग एजेंसी पर पूछताछ करना होगी। बस में अवेलेबल जगह की जानकारी और फेयर ठीक रहे इसके लिए थोड़ी पहचान निकल आए तो बेहतर है। बहुत संभावना है कि किसी ट्रेवलिंग एंजेसी के पास टिकिट बचे हों।
ट्रेन : ट्रेन में तत्काल की सुविधा होती है। इन टिकटों का आप कई तरीकों से इंतजाम कर सकते हैं। तत्काल के लिए खास एजेंट होते हैं, इनकी ऑनलाइन बुकिंग होती है और लाइन में लगकर भी इन्हें पाया जा सकता है।
फ्लाइट : इसके लिए तुरंत ही एयरलाइंस की लिस्ट बनाएं। अगर एयरलाइंस का न्यूजलेटर निकलता है तो उसे सब्स्क्राइब करें। इस न्यूज लेटर पर आपको फ्लाइट में जगह की जानकारी मिलती रहेगी। कुछ वेबसाइटों पर आखिरी में फ्लाइट बुकिंग की सुविधा होती है। इन वेबसाइटों का इस्तेमाल करें। सोशल मीडिया पर भी एयरलाइंस को फोलो करें वहां से भी जानकारी मिल सकती है। कैंसल हॉलीडे पैकेज पर ध्यान रखें। कई लोग पहले से बुकिंग कैंसिल कराते हैं क्योंकि वे नियत तारीख पर ट्रेवल नहीं कर सकते। ऐसे में आपको कोई अच्छा सा पैकेज भी मिल सकता है।
रोड से जाएं : आप रोड के रास्ते भी अपनी पसंद की जगह जा सकते हैं। इसके कई फायदे हैं। अगर आपकी पर्सनल गाड़ी है तो काफी बचत हो जाती है। अगर आप गाड़ी करके जाते हैं तो भी आपकी सुविधा कई गुना बढ़ जाती है। आप जिस शहर में जा रहे हैं वहां कई दर्शनीय जगह होती हैं। इन जगहों पर पहुंचने के लिए अपनी गाड़ी बढ़िया ऑप्शन है।
अगले पेज पर कैसे बचें रोड पर आने वाली मुसीबतों से...
रोड यात्रा की सावधानियां : पर्सनल गाड़ी या ट्रेवलिंग के लिए गाड़ी करके जाने में सावधानी बरतने की अधिक जरूरत है।
गाड़ी अधिक पुरानी या खराब हालत में न हो : आप जिस गाड़ी से जाने वाले हैं उसकी हालत जरूर चेक करें। बीच रास्ते में बिगड़ी गाड़ी आपका प्लान पूरी तरह बर्बाद कर देगी और आपकी असुरक्षा भी बढ़ा देगी।
नींद हो पूरी : अगर आप खुद गाड़ी चला रहे हैं या ड्राइवर है, सभी की नींद पूरी होनी चाहिए। एक आंकड़े के मुताबिक कम नींद के कारण बहुत अधिक एक्सीडेंट होते हैं।
साथ रखें ये सामान : पर्याप्त पानी, गर्म कपड़े, एक पॉवरफुल टॉर्च, गाडियों के टायर चैंजिंग टूल्स, अतिरिक्त मोबाइल, खाने के लिए चीजें और फर्स्ट एड किट जरूर साथ रखें।
जगह के बदलाव के लिए मन बनाएं
इतने दिन की छुट्टी एक साथ परंतु आपसे गलती हुई है। आप लास्ट मिनिट प्लान बना रहे हैं तो हो सकता है कि कोई रास्ता न हो कि आप अपनी पसंदीदा जगह जा पाएं। ऐसे में एक अल्टरनेटिव प्लान के साथ तैयार रहें। ऐसी जगह का मन बनाएं जो करीब हो। जहां आप एक या दो दिन ठहर सकते हैं।
पास की जगह ऐसे बनेगी खास
इस प्लान के सक्सेस होने की संभावना बहुत अधिक है क्योंकि ऐसी जगह आप अपने वाहन या प्राइवेट गाड़ी कर भी पहुंच सकते हैं। ऐसे में ट्रेन, बस और फ्लाइट में बुकिंग न मिलने का झंझट खत्म हो जाएगा। जगह पास में है इसलिए पहुंचने में वक्त भी कम लगेगा। आपको लगेज भी ज्यादा ले जाने की जरूरत नहीं। बजट भी संभला रहेगा और टाइम बढ़िया गुजरेगा।
अगले पेज पर यूं मिलेगा बजट-फ्रेंडली होटल...
ऐसे चुनें सस्ता होटल
आप बाहर जा रहे हैं तो बजट-फ्रेंडली चीजों की आपको जरूरत हैं। हो सकता है ट्रेवलिंग कास्ट आपके अनुमान से ऊपर चली गई है तो होटल आपको सही किराए वाला चाहिए। कुछ ऐसे तरीके हैं जिनके माध्यम से आपको मिल सकता है आपके बजट में होटल।
पहले जा चुके लोगों से पूछें : अधिकतर आप ऐसी जगह जाते हैं जहां पहले से आपके परिचित जा चुके हैं। उनसे इस बारे में पूछें। हो सकता है पहली ही बार में आपको अपने बजट के हिसाब का होटल मिल जाए। तुरंत वहां की डिटेल लें और कॉल कर वहां जगह होने की जानकारी लें।
वेबसाइट के माध्यम से बुकिंग करें : आपकी ट्रेवलिंग और स्टैइंग को आसान बनाने का काम कई वेबसाइट करती हैं। आपकी ट्रिप घरेलू हो या देश के बाहर, ये वेबसाइट आपकी बहुत मदद कर सकती हैं। इन्हें अच्छे, भरोसेमंद होटल और आपके बजट के मुताबिक होटल की जानकारी होती है। कई बार ट्रेवलिंग वेबसाइट न सिर्फ होटल पर बल्कि पूरी ट्रिप पर अच्छी डील दिलवाती हैं। जो आपके बजट के अंदर और सभी सुविधाओं के साथ होती है।
कैसा हो होटल : आपने जैसे भी होटल चुना है उसके बारे में ठीक से जानें। ज्यादा सस्ता समझकर कहीं आप मुसीबत न मोल ले लें। होटल में सही जरूरी सुविधाएं जैसे एसी, वॉटर हीटर, केबल, टीवी, फोन और अन्य चीजें होना ही चाहिए। चाहें तो किसी लोकल को सोशल मीडिया के माध्यम से संपर्क करें। अपनी यात्रा की कम से कम जानकारी दें जिसमें नियत दिन और जगह शामिल है। आप लोकल लोगों से भी कुछ पता लगा सकते हैं परंतु आपको बहुत सावधानी बरतने की जरूरत है।
बातें छोटी-मोटी है, लेकिन काम की हैं। योजना बनाने लेंगे तो सफर आसान रहेगा। पूरा लुत्फ उठा सकेंगे।