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इलाहाबाद महाकुंभ में शहीदों का गांव...

इलाहाबाद महाकुंभ में दिखेगी देशभक्ति की भावना...

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* इलाहाबाद महाकुंभ देगा शहीदों को सम्मान...
* कारगिल युद्ध और मुंबई हमले में शहीदों के परिजन देंगे श्रद्धाजलि
* यज्ञशाला में करीब सौ कुंड का निर्माण
* विशेष पं‍ड़ित करवाएंगे पूजन-हवन

विश्व के सबसे बडे़ धार्मिक आयोजन महाकुंभ में आस्था के साथ ही देशभक्ति की भावना स्पष्ट रूप से दिख रही है, क्योंकि यहां शहीदों को सम्मान देने के लिए कई आयोजन किए जा रहे हैं।

इस धार्मिक मेले में उन जवानों के लिए भी जगह दी गई है, जिन्होंने कारगिल युद्ध और मुंबई में हुए आतंकवादी हमले के दौरान देश की आन-बान और शान के लिए अपनी शहादत दी थी।

महाकुंभ में शहीदों के परिजनों के लिए अलग से एक गांव ही बसा दिया गया है और इसमें एक बहुत बडी़ यज्ञशाला तैयार की गई है जिसमें हवन-पूजन किया जाएगा।

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कारगिल युद्ध और मुंबई आतंकवादी हमले के साथ ही दुश्मनों के दांत खट्टे कर देने वाले शहीद हुए जवानों के परिजनों के लिए महाकुंभ में हरिचंद्र मार्ग पर सेक्टर नौ स्थित संत बालक योगेश्वर दास महाराज के शिविर में 30 झोपडी़नुमा बैरक बने हैं, इसमें 16 टेंट लगाए गए हैं। इस शिविर में विशाल यज्ञशाला में करीब एक सौ कुंड बनाए गए हैं। यहां पर शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए यज्ञ किया जाएगा और इसके लिए पंड़‍ितों की टीम बुलाई गई है।

योगेश्वर दास के एक शिष्य के अनुसार उन्होंने वर्ष 2005 में पहली बार शहीदों के परिवारों के लिए यज्ञ किया था। जम्मू में हुए इस महायज्ञ में कारगिल युद्ध के शहीदों के घर वाले शामिल हुए थे।

इस शिविर के एक संत बताते हैं कि 2010 में हरिद्वार में हुए कुंभ मेले में हुए महायज्ञ में भी शहीदों के परिवारों को एकत्रित किया गया था, लेकिन प्रयाग के इस कुंभ में शहीदों के परिजनों को पहली बार लाने की पहल की गई है।

उन्होंने बताया कि प्रशासन की ओर से सेक्टर नौ में गंगा के ठीक किनारे इसके लिए जमीन दी गई है और उसके बाद लाखों रुपए खर्च कर यहां एक बहुत बडी़ यज्ञशाला बनवाई गई है।

संत के मुताबिक शहीदों के परिजनों ने भी यहां आने के लिए हामी भरी है। यज्ञशाला में 100 कुंड बनाए गए हैं। एक बार सभी लोगों के पहुंचने के बाद हवन-पूजन का काम शुरू कर दिया जाएगा। (वार्ता)

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