कुंभनगरी में सोमवार को विश्वकर्मा समाज की एक धर्मशाला का उद्घाटन हुआ। इस उद्घाटन में हरिद्वार से विधायक एवं प्रदेश के शहरीय विकास मंत्री मदन कौशिक भी मौजूद थी।
इस मौके पर आशीर्वाद देते हुए स्वामी सोमानंद महाराज ने आशीर्वाद स्वरूप अपने उद्बोधन में कहा कि इस धर्मशाला से विश्वकर्मा समाज को कुंभनगरी में एक सुविधा उपलब्ध हो सकेगी। कुंभनगरी में सोमवार को सीताराम धाम भी संतों का जमावड़े का सबब बना। यहाँ महंत मोहन दास रामायणी का जन्मदिवस मनाते संतों ने उनको चादर उढ़ाकर सम्मानित भी किया।
बाल कथा व्यास के स्वामी सत्यदेव शास्त्री महाराज द्वारा यहाँ भागवत कथा के महाउत्सव के आयोजन की महिमा श्रद्धालुओं को बताई गई। उनके अनुसार निराकार के स्थान पर साकार की पूजा करना जीवन को सार्थकता देता है। चेतन ज्योति आश्रम में स्वामी ऋषेश्वरानंद महाराज एवं परमहंस माता श्रीराम भजन के सानिध्य में आयोजित इस भागवत कथा में ज्ञानगंगा का अमृतपान का रसास्वादन करने श्रद्धालु भारी मात्रा में मौजूद थे। श्रीकृष्ण जन्म के वक्त नन्दमहोत्सव समेत, कंस के अत्याचार नंदबाबा के दरबार में महोत्सव समेत पूतना वध एवं भगवान की बाल लीलाओं का वर्णन इस मौके पर स्वामी सत्यदेव शास्त्री ने रोचक ढंग से प्रस्तुत किया।
देव संस्कृति विश्वविद्यालय में शासकीय आयुर्वेद चिकित्सा अधिकारियों के लिए कुंभनगरी में छह दिवसीय योग ओरिऐंटेशन प्रोग्राम शुरू हुआ। इसका उद्घाटन प्रदेश की आयुर्वेद निर्देशक ने किया। इस मौके पर उत्तराखंड के सभी जिलों से आयुर्वेद स्वास्थ्य अधिकारी यहाँ मौजूद थे। इस कार्यक्रम में वक्ताओं ने देव संस्कृति विश्वविद्यालय द्वारा आयुर्वेद का वैज्ञानिक विकास करने पर खुशी जताई। उत्तराखंड को आयुष प्रदेश बनाने के क्रम में किए जा रहे प्रयासों का भी उल्लेख वक्ताओं ने इस मौके पर किया।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आयुष विभाग के सरकारी डॉक्टरों की एक सप्ताह के योग प्रशिक्षण के कार्यक्रम की योजना बनाकर देव संस्कृति विश्वविद्यालय को इसका जिम्मा सौंपा गया है।