महाकुंभ को नोबेल पुरस्कार की माँग
उत्तराखंड की भाजपा सरकार ने केंद्र सरकार से कहा है कि वह महाकुंभ मेले के लिए नोबेल पुरस्कार की माँग करे। राज्य सरकार का कहना है कि इसके लिए अभियान चलाया जाना चाहिए। हालाँकि कांग्रेस ने इस माँग को हास्यास्पद बताया है। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष बिशनसिंह चुफल ने कहा कि यह आयोजन न केवल ऐतिहासिक है, वरन अनोखा भी है। दुनिया के सभी हिस्से से लोग इसमें आते हैं। पार्टी का मानना है कि हरिद्वार महाकुंभ एक राष्ट्रीय त्योहार है और इसे इस साल का नोबेल शांति पुरस्कार मिलना चाहिए। उनकी इस माँग का प्रदेश के मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने भी समर्थन किया।
उन्होंने हाल ही में कहा कि 140 देशों के 5 करोड़ से अधिक लोग इसमें शामिल होने आए, इसलिए इसे नोबेल शांति पुरस्कार मिलना चाहिए। उन्होंने कहा है कि उनको कई विद्वान फोन कर कह रहे हैं कि इस आयोजन के लिए नोबेल शांति पुरस्कार की माँग की जानी चाहिए। कांग्रेस ने इस माँग को हास्यास्पद बताया और कहा कि महाकुंभ में हुई भगदड़ जैसी घटनाएँ और कुछ घोटालों से उत्तराखंड की छवि खराब हुई है। इसलिए इस तरह की माँग करना हास्यास्पद ही है। कांग्रेस का कहना है कि महाकुंभ में वित्तीय अनियमितताओं की जाँच हो। उत्तराखंड के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष यशपाल आर्य ने भाजपा सरकार पर धन के दुरुपयोग का भी आरोप लगाया। इसके अलावा उत्तराखंड क्रांति दल, जो सरकार का सहयोगी दल है, ने भी इस माँग की आलोचना की है। पार्टी अध्यक्ष नारायणसिंह जंतवाल ने कहा कि इस तरह के आयोजन के लिए नोबेल पुरस्कार नहीं दिया जाता।