हेलीकॉप्टर से शाही स्नान करेंगे कंप्यूटर बाबा...
कुंभ के पहला शाही स्नान का दिन अर्थात मकर संक्रांति का दिन शांति के साथ गुजर गया और प्रशासन ने चैन की सांस ली, किन्तु कुंभ मेला क्षेत्र में आकर्षण का केन्द्र बने अनंत श्री विभूषित श्रीश्री 1008 महामंडलेश्वर कंप्यूटर बाबा बेचैन हैं, क्योंकि उन्हें पहले शाही स्नान करने के लिए हेलीकॉप्टर से संगम तट पर जाने की अनुमति मेला प्रशासन ने नहीं दी। वे आज भी मेला प्रशासन की अनुमति का इंतजार कर रहे हैं।बाबा जी चाहते थे कि प्रत्येक शाही स्नान में उन्हें हेलीकॉप्टर से आने की अनुमति दी जाए। उन्होंने अपनी मंशा से मेला प्रशासन को 12 जनवरी को ही अवगत करा दिया था, उन्हें प्रशासन की अनुमति का इंतजार था किन्तु उन्हें हताशा हाथ लगी। बाबाजी का कहना है कि हेलीकॉप्टर से मेला क्षेत्र में प्रवेश प्रशासन को भी तमाम परेशानियों से बचाएगा। हेलीकॉप्टर आएगा कहां से इसका वे जवाब देते हैं कि उनके भक्त यह सुविधा उपलब्ध कराने को सहर्ष तैयार हैं। उनके इंदौर के भक्त हर कार्यक्रम में हेलीकॉप्टर से ले जाते हैं।
कंप्यूटर बाबा आपका नाम कैसे पड़ा इस पर वे कहते हैं कि मेरा दिमाग कंप्यूटर से भी तेज चलता है। इसी कारण भक्तों ने उनका नाम कंप्यूटर बाबा रख दिया।दिगंबर अखाड़े के अधीनस्थ इंदौर मध्यप्रदेश के विख्यात संत महामंडलेश्वर बाबा की अंगुलियां बराबर लैपटॉप पर नाचती रहती हैं जिसे देखकर उनके भक्त निहाल है। बाबा जी के सेक्टर 9 मुक्ति मार्ग स्थित आश्रम में भक्तों का मेला लगा है।बाबा जी का सूत्र वाक्य है वे कहते हैं-धर्म एव हतो हन्ति धर्मो रक्षति रक्षितः। तस्माद्धर्मो न हन्तव्यः मानो धर्मो हतोवाधीत्॥अर्थात- धर्म अपने विनाशक का विनाश कर देता है एवं अपने रक्षक की रक्षा करता है। अतः धर्म के विनाश का प्रयास भी नहीं करना चाहिए अन्यथा आपका सर्वविनाश अवश्यंभावी है। कंप्यूटर बाबा का दावा है कि 360 बरस बाद अमृतफल योग है इस मर्तबा। यह कुंभ सबको लाभ देगा। यह अमित फलदायी है।