महाराष्ट्र के एक प्रसिद्ध संत थे समर्थ स्वामी रामदास। वे महाराजा छत्रपति शिवाजी के गुरु थे। उनके अमूल्य विचारों से कई महापुरुष भी प्रेरित थे। उनके विचारों ने लोगों और समाज को एक नई दिशा दी। इतना ही नहीं उनके विचारों पर अमल करने से आप स्वयं अपने जीवन की राह आसान बना लेंगे।
यहां पाठकों के लिए प्रस्तुत हैं उनके 20 अनमोल विचार...
* अपनी ताकत का उपयोग दूसरों को बिना किसी कारण से तकलीफ देने के लिए नहीं करना चाहिए।
* हमेशा अपनी मेहनत के बल पर जीना चाहिए। दूसरों के टुकड़ों पर नहीं पलना चाहिए।
* जो अधर्म करता है और बेईमानी से धन कमाता है, जो अविचारी होता है तथा ऐसा इंसान मूर्ख होता है।
* समय आने पर दूसरों की मदद करनी चाहिए। शरण में आए हुए प्राणी को माफ कर देना चाहिए।
* महत्वपूर्ण कामों को कभी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
* किसी विषय पर बात करने से पहले उस विषय पर सोच लेना चाहिए।
* किसी भी काम की शुरुआत करने से पहले उस काम के बारे में जानना जरूरी है।
* जब दो इंसान बात करते हैं और तीसरा उन दोनों के बीच जाकर परेशान हो जाता है, वो इंसान मूर्ख होता है।
* किसी रास्ते पर जाने से पहले वो रास्ता कहां जाता है, यह जानना जरूरी है।
* कोई सा भी फल उसको जाने बिना नहीं खाना चाहिए।
* हमने जो वचन दिया है, उसे हमें नहीं भूलना चाहिए।
* वक्त आने पर हमें अपनी शक्ति का उपयोग करना चाहिए।
* किसी और का एहसान हम पर नहीं होने देना चाहिए। अगर कोई हम पर एहसान करता है, तो उस एहसान की वापसी भी जल्दी ही करनी चाहिए।
* जो इंसान गरीब से अमीर बन जाता है और अपने पुराने रिश्तों को भूल जाता है, वो इंसान अमीर होकर भी हमेशा गरीब ही रहता है और वो इंसान मूर्ख होता है।
* किसी से भी कठोरता से पेश नहीं आना चाहिए। किसी प्राणी की हत्या नहीं करनी चाहिए।
* जिन्होंने हमें कभी भी तकलीफ नहीं दी, उनको तकलीफ नहीं देनी चाहिए।
* बारिश और सही समय को ध्यान में रखकर ही यात्रा के लिए जाना चाहिए।
* जिसके पास बुद्धि नहीं है, धन नहीं है और कोई साहस नहीं है, वो इंसान मूर्ख होता है।
* रात के समय दूर की यात्रा के लिए घर से बाहर निकलना नहीं चाहिए।
* बात करते वक्त किसी को बुरा नहीं कहना चाहिए। अगर किसी ने अपमान किया तो वो नहीं सह लेना चाहिए।