सर्वबाधा निवारक मंत्र!
रोजाना इक्कीस बार जपे घंटाकर्ण मंत्र
- संकलन : पारस एफ. खेमसरा
भगवान महावीर के सर्वबाधा निवारक घंटाकर्ण मंत्र को रोजाना इक्कीस बार जाप करने से आपके मन में आने वाली सभी प्रकार की बाधाएं, जैसे- चोरी का भय, राज भय, आग अथवा सर्प भय एवं भूत-प्रेत आदि की समस्त बाधाएं दूर होकर मनुष्य अपनी सारी परेशानियों से मुक्ति पा सकता है। ॐ घंटाकर्णो महावीरः सर्वव्याधि-विनाशकः। विस्फोटक भयं प्राप्ते, रक्ष-रक्ष महाबलः ॥1॥ यत्र त्व तिष्ठसे देव! लिखितो ऽक्षर-पंक्तिभिः। रोगास्तत्र प्रणश्यन्ति, वात पित्त कफोद्भवाः ॥2॥ तत्र राजभयं नास्ति, यान्ति कर्णे जपात्क्षयम्। शाकिनी-भूत वेताला, राक्षसाः प्रभवन्ति नो ॥3॥ नाकाले मरण तस्य, न च सर्पेण दृश्यते। अग्नि चौर भयं नास्ति, ॐ ह्वीं श्रीं घंटाकर्ण। नमोस्तुते! ऊँ नरवीर! ठः ठः ठः स्वाहा।।