इंदौर में बढ़ा आधी आबादी का रुतबा, महिलाओं के नाम पर 39 प्रतिशत संपत्तियों का पंजीयन
36,300 दस्तावेजों का पंजीयन केवल महिलाओं के नाम पर
Registration of 39 percent properties in the name of women in Indore: मध्यप्रदेश के इंदौर (Indore) जिले में वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान करीब 39 प्रतिशत अचल संपत्तियों (immovable properties) का पंजीयन केवल महिलाओं के नाम पर कराया गया। इन संपत्तियों का कुल मूल्य करीब 5,500 करोड़ रुपए है। पंजीयन विभाग (Registration Department) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी। इनमें से 36,300 दस्तावेजों का पंजीयन केवल महिलाओं के नाम पर हुआ है।
36,300 दस्तावेजों का पंजीयन केवल महिलाओं के नाम पर : वरिष्ठ जिला पंजीयक दीपक कुमार शर्मा ने बताया कि 31 मार्च को खत्म हुए वित्तीय वर्ष 2023-24 में इंदौर में अचल संपत्तियों के कुल 93,500 विक्रय पत्रों अथवा हस्तांतरण पत्रों का पंजीयन किया गया जिनमें से 36,300 दस्तावेजों का पंजीयन केवल महिलाओं के नाम हुआ। उन्होंने बताया कि पिछले वित्तीय वर्ष के दौरान जिले में महिलाओं के नाम पर पंजीकृत इन संपत्तियों का कुल मूल्य करीब 5,500 करोड़ रुपए है।
महिलाओं को पंजीयन शुल्क में मिलती है 2 प्रतिशत की छूट : शर्मा ने बताया कि प्रदेश सरकार महिलाओं के नाम पर संपत्तियों के पंजीयन को प्रोत्साहित करने के लिए पंजीयन शुल्क में 2 प्रतिशत की छूट देती है। वरिष्ठ जिला पंजीयक के मुताबिक इंदौर में 2023-24 के दौरान इस मद में करीब 95 करोड़ रुपए की छूट दी गई, जो राज्यभर में संभवत: सर्वाधिक है।
महिलाओं के नाम पर अचल संपत्तियों का पंजीयन बढ़ रहा : उन्होंने कहा कि महिलाओं के नाम पर अचल संपत्तियों का पंजीयन लगातार बढ़ रहा है। यह सामाजिक रूप से एक सुखद सूचकांक है, जो बताता है कि आर्थिक मामलों में आधी आबादी की भागीदारी और ताकत बढ़ रही है। शर्मा ने बताया कि 2023-24 के दौरान इंदौर जिले में अलग-अलग दस्तावेजों के पंजीयन से करीब 2,415 करोड़ रुपए का शुल्क सरकारी खजाने में जमा हुआ, जो 2022-23 के 2084.30 करोड़ रुपए के राजस्व से लगभग 16 प्रतिशत अधिक है।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta