महिलाओं के 'छोटे कपड़े' पहनने की प्रवृत्ति को लेकर असहमति जताते हुए मध्यप्रदेश के काबीना मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने गुरुवार को कहा कि वह भारतीय संस्कृति के मुताबिक महिलाओं को 'देवी का स्वरूप' मानते हैं। उन्होंने महिलाओं के छोटे कपड़ों से नेताओं के छोटे भाषण की तुलना करने वाली एक विदेशी कहावत को अनुचित करार देते हुए यह बात कही।
विजयवर्गीय ने अपने गृहनगर इंदौर में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की स्थानीय इकाई के अध्यक्ष सुमित मिश्रा के संक्षिप्त उद्बोधन की तारीफ करते हुए कहा कि हमेशा छोटा भाषण ही दिया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि देखिए, एक पाश्चात्य कहावत है जो अच्छी नहीं है, पर विदेशों में इस कहावत की बड़ी चर्चा होती है……वहां (विदेश में) ऐसा कहते हैं कि जिस प्रकार कम कपड़े पहनने वाली लड़की सुंदर होती है, उसी प्रकार कम भाषण देने वाला नेता भी बहुत बढ़िया होता है। विदेश में ऐसी एक कहावत है, लेकिन मैं इसका पालन नहीं करता हूं।
काबीना मंत्री ने अपनी इस बात पर श्रोताओं के ठहाकों और तालियों के बीच कहा कि वह इस विदेशी कहावत को कतई उचित नहीं मानते हैं। उन्होंने कहा,मैं इस कहावत का पालन नहीं करता हूं। मैं तो यह मानता हूं कि हमारे यहां (भारत में) महिला, देवी का स्वरूप है। वह खूब अच्छे कपड़े पहने।
विजयवर्गीय ने आगे कहा कि मुझे तो कम कपड़े वाली (महिला) अच्छी नहीं लगती है। कई बार बच्चियां मेरे साथ सेल्फी खिंचवाने आती हैं, तो मैं उनसे कहता हूं कि बेटा, अच्छे कपड़े पहन कर आना। फिर मेरे साथ सेल्फी खिंचवाना।"
उन्होंने कहा कि हमारे यहां (भारत में) कोई लड़की अच्छे व सुंदर कपड़े पहने, अच्छा श्रृंगार करे और खूब अच्छे गहने पहने, तो लोग उसे बहुत सुंदर मानते हैं। पर विदेश में जो (महिला) कम कपड़े पहनती है, उसे अच्छा मानते हैं। अब यह उनकी (विदेशियों की) सोच है।
सार्वजनिक कार्यक्रम में महिलाओं के कपड़ों को लेकर विजयवर्गीय के इस बयान का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से प्रसारित हो रहा है। कार्यक्रम में स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ भाजपा के कई नेता मौजूद थे। भाषा Edited by: Sudhir Sharma