विदिशा। मध्यप्रदेश के विदिशा जिले में एक व्यक्ति ने प्रधानमंत्री (पीएमओ) से होने का दावा कर मेडिकल की छात्रा को यूक्रेन से वापस लाने का वादा कर यहां एक महिला को कथित रूप से ठग लिया। हैरानी की बात यह है कि जब शिकायतकर्ता महिला ने यूक्रेन में फंसी बेटी की मदद के लिए मध्यप्रदेश सरकार की मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर फोन किया तो उसे कथित तौर पर यूक्रेन के पुलिस थाने से संपर्क करने के लिए कहा गया। महिला वैशाली विल्सन ने गुरुवार शाम को यहां कोतवाली पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
विल्सन ने फोन पर बताया कि अपना नाम प्रिंस बताने वाले एक व्यक्ति ने मुझे फोन किया और दावा किया कि वह प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) से है। उसने मुझसे कहा कि वह मेरी बेटी को घर वापस लाने में (यूक्रेन से भारत में) मदद करेगा।
उन्होंने कहा कि मेरे मोबाइल फोन पर ट्रू कॉलर ऐप ने भी उसका नंबर पीएमओ के रूप में दिखा। विल्सन ने कहा कि उसने यूक्रेन में चिकित्सा की पढ़ाई कर रही मेरी बेटी और उसकी एक दोस्त के लिए टिकट की व्यवस्था करने के लिए 42 हजार रुपए मांगे। उन्होंने कहा कि बुधवार सुबह करीब 11 बजे मोबाइल बैंकिंग द्वारा रुपए भेजने के बाद व्यक्ति ने अपना मोबाइल फोन बंद कर दिया।
विल्सन की बेटी कीव मेडिकल यूनिवर्सिटी में 5वें साल की छात्रा हैं। विल्सन स्वयं जिले के एक अस्पताल से जुड़े ब्लड बैंक में लैब टेक्नीशियन का काम करती हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि ठगे जाने से पहले उन्होंने मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर फोन कर अपनी बेटी को भारत वापस लाने के लिए मदद मांगी थी लेकिन हेल्पलाइन बात करन वाले व्यक्ति ने उनसे यूक्रेन के पुलिस थाने से संपर्क करने के लिए कहा।
विदिशा कोतवाली थाने के निरीक्षक आशुतोष सिंह ने बताया कि उन्हें उम्मीद है कि धोखाधड़ी के मामले में जल्द ही आरोपी को पकड़ लिया जाएगा। मालूम हो कि रूस ने अपने पड़ोसी देश यूक्रेन के खिलाफ सैन्य अभियान शुरु कर किया है जिसके विद्यार्थियों सहित कई भारतीय यूक्रेन में फंस गए हैं।