इंदौर। डॉ. हेडगेवार स्मारक समिति द्वारा आयोजित चिंतन यज्ञ में ख्यात अभिनेता और फिल्मकार विवेक अग्निहोत्री ने कहा कि आप मंदिर में जाकर बिस्मिल्ला कह सकते हैं, लेकिन इसके उलट क्या मस्जिदों में भी ऐसा हो सकता है?
लाभ मंडपम में आयोजित कार्यक्रम में अग्निहोत्री ने मुख्य वक्ता के रूप में मीडिया पर परोक्ष निशाना साधते हुए कहा कि यहां कम काबिल लोग भी काम कर रहे हैं। उन्होंने जब हम डॉक्टर, इंजीनियर, सीए आदि से 100 प्रतिशत चाहते हैं तो फिर मीडिया में कम काबिल लोग क्यों? उन्होंने सवाल किया क्या आप ऐसे डॉक्टर से हार्ट सर्जरी कराना चाहेंगे जो बार-बार फेल होते हैं? उन्होंने कहा कि देश की आजादी में पत्रकारों ने बहुत कुर्बानी दी है, लेकिन क्या आज मीडिया में ऐसे लोग हैं जो एक मिनट के लिए कुर्बानी दे सके। अब मीडिया के विश्लेषण का वक्त है।
विवेक ने कहा कि मिस्र में सबसे पहले सोशल मीडिया के जरिए क्रांति आई थी, लेकिन यह बहुत छोटे स्तर पर आई थी। लेकिन, सोशल मीडिया के जरिए सबसे बड़ी क्रांति भारत में आई थी। उन्होंने नक्सलवाद की सक्रियता का उदाहरण देते हुए कहा कि हर भारतीय का कर्तव्य है कि वह अपना फोन उठाए सोशल मीडिया के स्तंभ को सोशल मीडिया के स्तंभ से ही रिप्लेस करे।