इंदौर। इंदौर में हर्बल प्रोडक्ट के नाम पर 50 लाख से अधिक की ठगी करने वाले पकड़े गए 4 आरोपियों में एक नाइजीरियन भी शामिल है। पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में दिल्ली, छत्तीसगढ़ के अलावा अन्य जगह पर हर्बल प्रोडक्ट्स के नाम पर 50 लाख से अधिक की ठगी की है।
दरसअल इंदौर की साइबर पुलिस को नेहरू नगर में रहने वाले एक युवा सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि कोरोना कॉल में अपनी आय बढ़ाने को लेकर उसे एक मैसेज प्राप्त हुआ था जिसमें एक विशेष प्रकार के हर्बल ऑइल का व्यवसाय करने के लिए ऑफर दिया गया था। उसके बाद युवा सॉफ्टवेयर इंजीनियर द्वारा दिए गए मोबाइल नंबर पर बात कर आरोपियों द्वारा 1 लाख 50 हजार रुपए लीटर हर्बल ऑइल में सौदा हुआ जिसमें आरोपियों द्वारा युवा सॉफ्टवेयर इंजीनियर से अलग-अलग बैंक खातों में टोटल 24 लाख रुपए डलवा लिए।
24 लाख रुपए डालने के बाद भी आरोपियों की डिमांड और बाद गई तो युवा सॉफ्टवेयर इंजीनियर को शक हुआ कि मेरे साथ ठगी हो गई है। इसकी शिकायत फरियादी सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने साइबर पुलिस में दर्ज करवाई थी। पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए साइबर पुलिस ने मुंबई के भयंदर इलाके में रोहित इंटरप्राइजेस नाम की फर्जी कंपनी का पता लगाया जिसमें ठगी कर पैसा डाला गया था।
साइबर एसपी जितेंद्र सिंह ने बताया कि बड़ी बात यह है कि ठगी करने वाला मास्टरमाइंड सोनू, जो कि वर्तमान में दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है, से इंदौर की साइबर पुलिस द्वारा प्रोडक्शन वॉरंट इश्यू कराकर सोनू की गिरफ्तारी की गई।
सोनू ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि मीरा रोड, मुंबई का रहने वाले नाइजीरियन डोनसो और उसके एक साथी जगदीश रॉकी उर्फ विकास ने हर्बल प्रोडक्ट के नाम पर ठगी की थी। इन आरोपियों द्वारा इंदौर के युवक के अलावा छत्तीसगढ़ व दिल्ली में भी करीब 50 लाख से अधिक रुपए की ठगी को अंजाम दिया गया था। साइबर पुलिस द्वारा नाइजीरियन सहित 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर अन्य ठगी की घटनाओं के बारे में पूछताछ कर खुलासा होने की उम्मीद जताई जा रही है।