इंदौर। कोरोनावायरस के नए स्वरूप ओमिक्रॉन के प्रसार को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर पाबंदी के चलते मध्यप्रदेश के इंदौर के युवा बैडमिंटन खिलाड़ी प्रियांश खुशवानी अफ्रीकी देश बोत्सवाना में फंस गए हैं जिसके बाद उनके चिंतित परिवार ने उनकी जल्द से जल्द स्वदेश वापसी के लिए भारत सरकार से मदद की गुहार लगाई है। गौरतलब है कि बोत्सवाना में कोरोना वायरस के नवीन स्वरूप ओमिक्रॉन का पता चला है जिससे दुनियाभर में महामारी को लेकर नई चिंताएं उत्पन्न हो गई हैं।
इंदौर के कारोबारी दिलीप खुशवानी ने बुधवार को बताया कि मेरा बेटा प्रियांश 25 से 28 नवंबर के बीच आयोजित एक अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन प्रतियोगिता में भारत की नुमाइंदगी के लिए बोत्सवाना गया था। प्रतियोगिता समाप्त होने के बाद उसे 28 नवंबर को बोत्सवाना की राजधानी गैबोरोन से कतर एयरवेज की उड़ान से दोहा आना था। लेकिन अंतरराष्ट्रीय यात्रा प्रतिबंधों के चलते यह उड़ान ऐन मौके पर निरस्त कर दी गई।
उन्होंने बताया कि 21 साल के प्रियांश ने पिछले 3 दिन में गैबोरोन-दोहा की 2 अन्य उड़ानों में टिकट बुक किए। लेकिन यात्रा प्रतिबंधों के चलते ये उड़ानें भी रद्द कर दी गईं। खुशवानी ने बताया कि उनके बेटे को दोहा से मुंबई होते हुए इंदौर आना था। उन्होंने बताया कि गैबोरोन स्थित भारतीय उच्चायोग हालांकि मेरे बेटे का ख्याल रख रहा है। लेकिन मेरा परिवार चाहता है कि वह कोरोनावायरस के नए स्वरूप से जूझ रहे बोत्सवाना से जल्द से जल्द भारत लौटे।
खुशवानी ने कहा कि हमारी भारत सरकार से गुजारिश है कि वह मेरे बेटे की जल्द से जल्द स्वदेश वापसी में उसकी मदद करे। इंदौर जिला बैडमिंटन संघ के संघ के सहसचिव धर्मेश यशलहा ने बताया कि संगठन ने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को पत्र लिखकर प्रियांश की शीघ्र स्वदेश वापसी के लिए सहायता का निवेदन किया है।