इंदौर। तिलकनगर थाना पुलिस ने फर्जी एड्वाइजरी कंपनी चलाने वाले 3 आरोपियों की गिरफ्तारी के अलावा 15 कर्मचारियों को भी हिरासत में लिया है। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है कि वे किस तरह से देशी व विदेशी निवेशकों के साथ ठगी करते थे। कर्मचारियों से पूछताछ में पता चला है कि ठगी करने के बदले उन्हें वेतन के अलावा बोनस के रूप में राशि दी जाती थी।
आरोपियों के लैपटॉप और कम्प्यूटर के और मोबाइल सहित अन्य सामग्री जब्त कर पता चला कि उन्होंने केवल विदेशी निवेशकों से ही 20 करोड़ रुपए से अधिक की ठगी की है। यह राशि वे पेमेंट गेटवे एप पे-पल और रेवल के जरिये खाते खोलकर डॉलरों में मंगवाते थे।
तिलकनगर टीआई ने बताया कि आरोपित दिखावे के लिए कैपिटल प्राइड कंपनी चल रहे थे। पुलिस ने जब काम कर रहे कर्मचारियों से अलग-अलग पूछताछ की तो सभी से 5 फर्जी एडवाइजरी कंपनियों के नाम पता चले। पुलिस ने इस मामले में संविद नगर स्थित दफ्तर के 15 कर्मचारियों को हिरासत में लेकर जांच-पड़ताल शुरू कर दी है।