(दि सिका मांटेसरी टीचर्स ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट का शुभारंभ)
इंदौर, दि सिका (SICA)मांटेसरी टीचर्स ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट का शुभारंभ शारदा मठ और रामकृष्ण शारदा मिशन की प्रेसिडेंट एवं श्री शारदा विद्या मंदिर की प्राचार्य अमित प्राण माताजी ने गुरुवार को सांघी कॉलोनी स्थित सिका प्री प्राइमरी स्कूल में किया।
कार्यक्रम में साउथ इंडियन कल्चरल एसोसिएशन की प्रेसिडेंट पद्मिनी खजांची ने कहा कि सिका मांटेसरी टीचर्स ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट में 12वीं कक्षा पास कर चुके विद्यार्थियों को एक साल का डिप्लोमा करवाया जाएगा।
इससे उनमें मांटेसरी स्कूल के बच्चों को पढ़ाने का कौशल विकसित हो सकेगा और उन्हें रोजगार भी मिलेगा। उन्होंने बताया कि साउथ इंडियन कल्चरल एसोसिएशन का उद्देश्य समाज को वाजिब दाम में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध करवाना है।
इसी उद्देश्य से अब मांटेसरी शिक्षकों को तैयार किया जाएगा उन्होंने कहा कि साउथ इंडियन कल्चरल एसोसिएशन ने इंदौर में 1973 में केजी-1, केजी-2 और पहली के बच्चों के लिए स्कूल से शुरुआत की थी। आज साउथ इंडियन कल्चरल एसोसिएशन के 2 प्राइमरी 3 सीबीएसई स्कूल और एक कॉलेज हैं।
कार्यक्रम में अमित प्राण माताजी ने कहा कि शिक्षा से ही चरित्र निर्माण होता है और आज के बच्चे ही कल के नागरिक बनते हैं। बच्चों को अच्छे नागरिक बनाना शिक्षकों की ही जिम्मेदारी है।
उन्होंने कहा कि संविधान में हम अपने अधिकारों की ही बात करते हैं जबकि हमें हमारे कर्तव्यों का ध्यान भी रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि बच्चों का हृदय कोमल होता है। उन्हें शिक्षा देते वक्त यह ध्यान रखना चाहिए कि उनके हृदय को ठेस ना पहुंचे।
उन्होंने कहा कि शिक्षकों को बच्चों को तैयार करने से पहले खुद को तैयार करना चाहिए। कार्यक्रम में सिका 54 स्कूल की हेड मिस्ट्रेस एस कलावती ने साउथ इंडियन कल्चरल एसोसिएशन की यात्रा पर प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में मंच पर साउथ इंडियन कल्चरल एसोसिएशन के वाइस प्रेसिडेंट एस शंकरन, सेक्रेटरी लक्ष्मी गोपालकृष्णन भी उपस्थित थीं।
कार्यक्रम में सिका एजुकेशन ट्रस्ट की मैनेजिंग ट्रस्टी डॉ. विजयलक्ष्मी आयंगर, सिका कॉलेज के एडवाइजर पी बाबूजी, सिका के सभी स्कूलों और कॉलेज के प्राचार्य उपस्थित थे। कार्यक्रम में सरस्वती वंदना स्मिता मुकाशी ने प्रस्तुत की। कार्यक्रम का संचालन सोनल खन्ना और पायल बत्रा ने किया। अतिथि परिचय अनुश्री ने दिया।