बोहरा समाज के 55वें धर्मगुरु डॉ. सैयदना आलीकदर मुफद्दल सैफुद्दीन गुरुवार सुबह इंदौर पहुंचे। यहां सांघी ग्राउंड पर जनता ने उनका दीदार किया।
सैयदना साहब पहली बार इंदौर में मोहर्रम की वाअज के लिए पधारे हैं। वे 9 दिन शहर में रहेंगे। इससे पहले उनके पिता और 52वें धर्मगुरु ने 2002 में यहां वाअज किया था।
वे 12 सितंबर से सैफी नगर मस्जिद में वाअज करेंगे। वाअज के लिए देश-विदेश से बोहरा समाज के लाखों लोग आ रहे हैं। इस बीच, दाऊदी बोहरा समुदाय के प्रवक्ता ने बताया कि सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन के शहर आगमन के दौरान सांघी ग्राउंड पर हजारों लोगों ने धर्मगुरु का गर्मजोशी से इस्तकबाल किया।
सैयदना ने राष्ट्रीय स्वच्छता रैंकिंग में इंदौर के लगातार दूसरे साल अव्वल रहने पर शहरवासियों की तारीफ की। इसके साथ ही, दाऊदी बोहरा समुदाय के लोगों से अपील की कि वे अन्य समुदायों के लोगों से मिल-जुलकर रहें और एक अच्छे नागरिक के तौर पर देश की तरक्की में योगदान करें।
धर्मगुरु से मिलने इंदौर पहुंच सकते हैं प्रधानमंत्री : दाऊदी बोहरा समुदाय के धर्मगुरु सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन गुरुवार को 20 दिवसीय प्रवास पर यहां पहुंचे। उनसे भेंट के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 14 सितंबर को यहां पहुंच सकते हैं।
जिलाधिकारी निशांत वरवड़े ने बताया कि दाऊदी बोहरा समुदाय के धर्मगुरु से मिलने के लिए प्रधानमंत्री के 14 सितंबर को यहां आने का कार्यक्रम संभावित है। इसके मद्देनजर जरूरी तैयारियां की जा रही हैं।
उन्होंने बताया कि सरकारी स्तर पर संकेत मिले हैं कि प्रधानमंत्री का इंदौर दौरा बेहद संक्षिप्त रहेगा। हालांकि, इस सिलसिले में केंद्र सरकार से विस्तृत कार्यक्रम की प्रतीक्षा की जा रही है।
क्या है सियासी गणित : मोटे अनुमान के मुताबिक इंदौर में दाऊदी बोहरा समुदाय की आबादी 35,000 के आस-पास है। इस आबादी का करीब 40 प्रतिशत हिस्सा शहर के उस पश्चिमी क्षेत्र में बसा है, जहां सत्तारूढ़ भाजपा का सियासी दबदबा है। दाऊदी बोहरा समुदाय के ज्यादातर स्थानीय लोग परंपरागत रूप से व्यापार-व्यवसाय से जुड़े हैं।
बहरहाल, अगर दाऊदी बोहरा समुदाय के धर्मगुरु से भेंट के अपने संभावित कार्यक्रम के तहत मोदी इंदौर पहुंचते हैं तो उनका यह दौरा सियासी तौर पर भी महत्वपूर्ण आंका जाएगा क्योंकि मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनावों की उल्टी गिनती शुरू हो गई है।
उनके इंदौर आने के बाद अलग-अलग सियासी नेताओं ने उनका स्वागत किया। इनमें लोकसभा अध्यक्ष व स्थानीय भाजपा सांसद सुमित्रा महाजन, प्रदेश के सहकारिता राज्य मंत्री विश्वास सारंग और वरिष्ठ कांग्रेस नेता तथा रतलाम-झाबुआ क्षेत्र के लोकसभा सांसद कांतिलाल भूरिया शामिल हैं।