भीषण गर्मी और तीखी उमस से हलाकान जनमानस को बारिश की बूँदों ने चैन व सुकून दिया। सोमवार देर रात तथा मंगलवार सुबह अंचल के कई जिलों में गरज-चमक एवं तेज आँधी के साथ बारिश हुई। इस बरसात ने भले ही कुछ घंटों के लिए मौसम में ठंडक घोल दी हो, किन्तु दोपहर में सूरज ने फिर वही शोले बरसाए। भारी उमस ने लोगों की बेचैनी और ज्यादा बढ़ा दी।
झाबुआ में अलसुबह करीब आधा घंटे तक वर्षा हुई। सोमवार की शाम आँधी से समीपस्थ ग्राम वगई छोटी में चार ग्रामीणों के मकानों के पतरे उड़ गए। बारिश से उनके घर में रखा सामान भी खराब हो गया। बिजली प्रदाय बार-बार बंद होता रहा।
आँधी ने मचाई तबाही
रतलाम जिले में सोमवार की शाम तेज आँधी ने तबाही मचा दी। रात ढाई बजे मूँदड़ी-सातरुंडा रोड स्थित ग्राम पीपलखूँटा के मजरा खांदनपाड़ा में तेज आँधी में कई कच्चे-पक्के मकान और पेड़ धराशायी हो गए। पाँच घायलों को चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। धामनोद (धार) क्षेत्र में भी रात तीन से चार बजे के दौरान तेज आँधी और बारिश ने जनजीवन को प्रभावित किया। आँधी से कई पेड़ और बिजली के करीब 25 खंभे धराशायी हो गए। कई कच्चे मकानों पर लगे पतरे उखड़कर उड़ गए। बिजली बंद हो गई। मनावर में मंगलवार शाम 5 बजे से आधा घंटे तक जोरदार बारिश हुई। तेज हवा से कई मकानों की चद्दरें भी उड़ गईं।
कहीं तेज कहीं बूँदा-बाँदी
मंदसौर में मंगलवार शाम 4.45 बजे से 5 बजे तक बूँदाबाँदी हुई। मल्हारगढ़ और नाहरगढ़ में भी आधे घंटे तक आँधी के साथ तेज वर्षा हुई। नीमच में भी शाम को 30 मिनट तक बारिश का दौर चला। मनासा क्षेत्र के मोकड़ी गाँव में बिजली गिरने से एक की मौत हो गई। कुकड़ेश्वर में आँधी से पेड़ गिरे। महेश्वर में रात 2.30 बजे तेज हवाओं के बीच बीस मिनट तक गरज-चमक के साथ बारिश हुई।
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आँधी में बच्चा 50 फुट
ऊपर उड़ कर गिरा, मौत!
रतलाम जिले के सरवन क्षेत्र के ग्राम वानपुरा में सोमवार रात को तेज आँधी ने जुड़वा भाइयों को अलग कर दिया। सात माह का बालक गुड्डू पिता प्रभु घर के बाहर पतरे से बँधे झूले में सो रहा था। उसके जुड़वा भाई को परिजन खिला रहे थे। शाम करीब 5 बजे अचानक तेज आँधी के कारण झूले सहित पतरा 50 फुट ऊपर उड़ गया और झूले में सो रहा गुड्डू 200 फुट दूर जा गिरा। परिजन उसे लेकर तत्काल रतलाम चिकित्सालय में आए जहाँ बच्चे ने प्राण त्याग दिए।