एपीजे अब्दुल कलाम को मिले सम्मान :
* एपीजे अब्दुल कलाम को विज्ञान के क्षेत्र में अपने उत्कृष्ट योगदान के लिए भारत के नागरिक सम्मान के रूप में 1981 में पद्मभूषण, 1990 में पद्मविभूषण दिया गया था।
* इन्हें 1997 में भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'भारतरत्न' से भी सम्मानित किया गया था।
एपीजे अब्दुल कलाम के बारे में कुछ और खास बातें :
* डॉक्टर अब्दुल कलाम को प्रोजेक्ट डायरेक्टर के रूप में भारत का पहला स्वदेशी उपग्रह (एसएलवी तृतीय) प्रक्षेपास्त्र बनाने का श्रेय हासिल है।
* जुलाई 1980 में इन्होंने रोहिणी उपग्रह को पृथ्वी की कक्षा के निकट स्थापित किया था।
* एपीजे अब्दुल कलाम ने पोखरण में दूसरी बार न्यूक्लियर विस्फोट भी परमाणु ऊर्जा के साथ मिलाकर किया। इस तरह भारत ने परमाणु हथियार के निर्माण की क्षमता प्राप्त करने में सफलता अर्जित की।
* इसके अलावा डॉक्टर कलाम ने भारत के विकास स्तर को 2020 तक विज्ञान के क्षेत्र में अत्याधुनिक करने के लिए एक विशिष्ट सोच भी प्रदान की।
* कलाम ऐसे तीसरे राष्ट्रपति रहे हैं जिन्हें 'भारतरत्न' का सम्मान राष्ट्रपति बनने से पूर्व ही प्राप्त हुआ है, अन्य दो राष्ट्रपति सर्वपल्ली राधाकृष्णन और डॉक्टर जाकिर हुसैन हैं।
* ये प्रथम वैज्ञानिक थे, जो राष्ट्रपति बने थे और प्रथम राष्ट्रपति भी रहे हैं, जो अविवाहित थे।
* एक राष्ट्रपति के अलावा वे एक आम इंसान के तौर पर वे युवाओं की पहली पसंद और प्रेरक रहे हैं। उनकी बातें, उनका व्यक्तित्व, उनकी पहचान न केवल एक राष्ट्रपति के रूप में हैं बल्कि जब भी लोग खुद को कमजोर महसूस करते हैं, कलाम का नाम ही उनके लिए प्रेरणा बन जाता है।
कलाम के प्रेरणास्रोत
1. बचपन में अपनी मां को मैं नमाज पढ़ते हुए देखा करता था। वे प्रार्थना में तल्लीन हो जाती थीं और सुब्बुलक्ष्मी अपने स्वरों में डूब जाती थीं। किसी भी कार्य को मन की संपूर्णता से करना कितना सुखद और प्रेरणास्पद हो जाता है।
2. नारी जाति ईश्वर की सबसे सुंदर रचना है। मेरे जीवन को सबसे अधिक प्रभावित करने वाली दो महिलाएं थीं- एक मेरी मां और दूसरी प्रसिद्ध गायिका एमएस सुब्बुलक्ष्मी। इनकी सरलता, सादगी, कर्मठता, स्नेह मुझे सदा प्रभावित करते रहे।