14 नवंबर को संपूर्ण देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का जन्मदिन बाल दिवस के रूप में मनाते हैं। जवाहरलाल नेहरू को बच्चों से अत्यधिक प्रेम था। बच्चे उन्हें चाचा नेहरू कहकर पुकारते थे। बच्चों के प्रति उनकी चिंता बहुत अधिक थी। वह बच्चों के भविष्य को लेकर हमेशा विचार-मंथन करते रहते थे। वे बच्चों को देश का भविष्य मानते थे। 1947 में जब देश आजाद हुआ तब ही उन्होंने मान लिया था विज्ञान ही सबकुछ है। चाचा नेहरू बच्चों को राष्ट्र निर्माता कहते थे। उनके विचार इतने स्पष्ट थे कि वे 1940 के दशक में पूंजीवादी, विज्ञान, धर्म तो आगे बढ़ने की ललक के बारे में विचार बच्चों को हमेशा प्रेरित ही करेंगे। आइए जानते हैं किस तरह चाचा नेहरू के विचार आने वाली युवा पीढ़ी को देशहित में आगे बढ़ाएगी -
1. हमे अपने आपको बार-बार याद दिलाते रहना होगा कि हमारे धर्म चाहे अलग हो, लेकिन हम एक हैं।
2. बड़े सपने और छोटे व्यक्ति एक साथ नहीं चल सकते।
3. मैं चाहता हूं कि हिंदुस्तान की उन सब जंजीरों को तोड़ दे जिससे वह जकड़ा है, जो उसको आगे बढ़ने से रोकती हैं। और देश में रहने वालों में फूट डालती हैं।
4. भारत युद्ध का नहीं बल्कि प्रेम का देश है।
5. दूसरे हमारे बारे में क्या सोचते हैं,उससे कहीं अधिक मायने ये रखता है कि हम वास्तव में कैसे हैं।
6. दीवारों से तस्वीरें बदलकर इतिहास नहीं बदला जा सकता।
7. आने वाला समय उनका है जिन्होंने विज्ञान को स्वीकार किया है।
8. अगर पूंजीवादी शक्तियों को नियंत्रित नहीं किया गया तो ये अमीर को और अमीर, गरीब को और गरीब बना देंगी।
9. राजनीति और धर्म पुराने हो चुके हैं, अब समय आ गया है विज्ञान और अध्यात्म का।
10. आजादी और ताकत अपने साथ जिम्मेदारी भी लाती है।