Narendra modi birthday 2023: भारत के लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर मोदी ने अपने कार्यकाल में जो कार्य किए हैं उसकी सराहना देश ही नहीं दुनिया में भी हो रही है। पीएम नरेंद्र मोदी का जन्म 17 सितंबर, 1950 को वडनगर में एक मध्यम वर्गीय परिवार में हुआ था। इस वर्ष वे 73 वर्ष के हो चुके हैं। आओ जानते हैं उनके बर्थडे पर उनके संबंध में 12 दिलचस्प बातें।
1. नरेन्द्र मोदी भारतीय राजनीति के ऐसे व्यक्तित्व के रूप में उभरे हैं, जो पं. जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी के बाद पूर्ण बहुमत के साथ लगातार दूसरी बार सत्ता के शिखर पर पहुंचने वाले तीसरे प्रधानमंत्री हैं। उन्हें उनके काम के कारण गुजरात की जनता ने लगातार 4 बार (2001 से 2014 तक) मुख्यमंत्री चुना। इसके बाद 2014 में वे देश के प्रधानमंत्री बने।
2. माइक्रो-ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर भी वे सबसे ज्यादा फॉलोअर वाले भारतीय नेता हैं। टाइम पत्रिका ने मोदी को पर्सन ऑफ द ईयर 2013 के 42 उम्मीदवारों की सूची में शामिल किया था।
3. नरेन्द्र मोदी 5 भाई-बहनों में से दूसरे नंबर की संतान हैं। नरेन्द्र मोदी को बचपन में नरिया कहकर बुलाया जाता था। नरेन्द्र मोदी के पिता की रेलवे स्टेशन पर चाय की दुकान थी। 1965 में भारत-पाक युद्ध के दौरान उन्होंने स्टेशन से गुजर रहे सैनिकों को चाय पिलाई।
4. नरेन्द्र मोदी बचपन में स्कूल में एक्टिंग, वाद-विवाद, नाटकों में भाग लेते और पुरस्कार जीतते थे। एनसीसी में भी शामिल हुए। उन्हें बचपन में एक्टिंग का शौक था। अटलबिहारी वाजपेयी की तरह नरेन्द्र मोदी एक राजनेता और कवि हैं। वे गुजराती भाषा के अलावा हिन्दी में भी देशप्रेम से ओतप्रोत कविताएं लिखते हैं। उन्होंने गुजराती भाषा में हिंदुत्व से संबंधित कई लेख भी लिखे हैं। नरेंद्र मोदी पतंगबाजी के भी शौकीन हैं।
5. वे एक बार शर्मिष्ठा तालाब से एक घड़ियाल का बच्चा पकड़कर घर लेकर आ गए। मां के समझाने पर वे वापस उसे तालाब छोड़कर आए।
6. नरेन्द्र मोदी बचपन में साधु-संतों से प्रभावित हुए। वे बचपन से ही संन्यासी बनना चाहते थे। संन्यासी बनने के लिए मोदी स्कूल की पढ़ाई के बाद घर से भाग गए थे। इस दौरान मोदी पश्चिम बंगाल के रामकृष्ण आश्रम सहित कई जगहों पर घूमते रहे। । उन्होंने इसके लिए हिमालय की यात्रा कर वहां ध्यान भी क्या। हिमालय में कई महीनों तक साधुओं के साथ रहे। दो साल बाद जब वह हिमालय से वापस लौटे तब उन्होंने संन्यास जीवन त्यागने का फैसला लिया। हिमालय से लौटने के बाद मोदी ने अपने भाई के साथ मिलकर अहमदाबाद की कई स्थानों पर चाय की दुकान भी लगाईं। उन्होंने हर कठिनाई को सहते हुए चाय बेची।
7. अठारह साल की उम्र में नरेन्द्र मोदी का विवाह उनकी मां ने बांसकाठा जिले के राजोसाना गांव में रहने वाली जसोदा बेन से किया गया था।
8. नरेंद्र मोदी बचपन से ही आरएसएस से जुड़े हुए थे। 1958 में दीपावली के दिन गुजरात आरएसएस के पहले प्रांत प्रचारक लक्ष्मण राव इनामदार उर्फ वकील साहब ने नरेंद्र मोदी को बाल स्वयंसेवक की शपथ दिलवाई थी। नरेन्द्र मोदी अहमदाबाद संघ मुख्यालय में रहते थे तो वहां सारे छोटे काम करते जैसे साफ-सफाई, चाय बनाना, और बुर्जुग नेताओं के कपड़े धोना शामिल है। नरेन्द्र मोदी संघ में कुर्ते की बांह छोटी करवा लीं, ताकि वह ज्यादा खराब न हो, जो वर्तमान में मोदी ब्रांड का कुर्ता बन गया है और देशभर में मशहूर है।
9. नरेन्द्र मोदी कोई भी नया काम शुरू करने से पहले अपनी मां का आशीर्वाद जरूर लेते हैं। चुनाव में मिली जीत के बाद उन्होंने अपनी मां से जाकर आशीर्वाद लिया।
10. वे 1975 में इमरजेंसी के दौरान सरदार का रूप धरकर ढाई सालों तक पुलिस को छकाते रहे।
11. नरेन्द्र मोदी सिर्फ साढ़े तीन घंटे की नींद लेते हैं, वे सुबह 5.30 बजे उठ जाते हैं। नरेन्द्र मोदी समय के बड़े पाबंद हैं। रेन्द्र मोदी हर छोटी-छोटी बातों का भी ध्यान रखते हैं। जैसे भाषण से पहले उसकी तैयारी करना, बालों, कपड़ों की स्टाइल।
12. गुजरात दंगों के दाग के कारण वर्ष 2005 में मोदी को अमेरिका ने वीजा देने से मना कर दिया था। लेकिन अब ऐसा वक्त है जबकि मोदी के सम्मान में अमेरिका के सभी सांसद खड़े रहते हैं। हॉलीवुड, बॉलीवुड, तालिवुड, राजनीति और उद्योग जगत के कई बड़े सितारे मोदी के फैन हैं।