भारतीय लेखक, नोबेल पुरस्कार विजेता रवीन्द्रनाथ ठाकुर का निधन 7 अगस्त 1941 को हुआ था। रवींद्रनाथ टैगोर एक विश्वकवि और भारत के उच्च कोटि के साहित्यकार हैं। उनके अनमोल विचार हमारे लिए बहुत ही अमूल्य हैं। नोबेल पुरस्कार विजेता एवं भारत माता के ऐसे सच्चे सपूत को हम नमन करते हैं।
यहां पाठकों के लिए प्रस्तुत हैं रवीन्द्रनाथ ठाकुर के 25 अनमोल विचार-
1. हर बच्चा इसी संदेश के साथ इस दुनिया में आता है कि भगवान अभी तक मनुष्यों से हतोत्साहित नहीं हुआ है।
2. रवीन्द्रनाथ टैगोर कहते हैं कि तथ्य कई हैं, पर सत्य एक ही है।
3. जब हम विनम्रता में महान होते हैं, तभी हम महानता के सबसे करीब होते हैं।
4. जो अपना है, वह मिलकर ही रहेगा।
5. खुद को कला में उजागर करता है कलाकृति को नहीं।
6. सभी गलतियों के लिए अगर आप दरवाजे बंद कर दोगे तो सत्य बाहर रह जाएगा।
7. हम यह प्रार्थना न करें कि हमारे ऊपर समस्या न आएं, बल्कि यह प्रार्थना करें कि हम उनका सामना निडर होकर करें।
8. फूल जो अकेला है, कांटों से ईर्ष्या न करे, जो कि गिनती में अधिक हैं।
9. सच्चा प्रेम स्वतंत्रता देता है, अधिकार का दावा नहीं करता।
10. जब मैं अपने आप पर हंसता हूं, तो मेरे ऊपर से मेरा बोझ बहुत कम हो जाता है।
11. सिर्फ नदी किनारे खड़े होकर पानी देखने से आप नदी पार नहीं कर सकते।
12. हम दुनिया में तब जीते हैं जब हम इस दुनिया से प्रेम करते हैं।
13. मौत प्रकाश को खत्म करना नहीं है, ये सिर्फ दीपक को बुझाना है, क्योंकि सुबह हो गई है।
14. वो मनुष्य जो दूसरों का अच्छा करने में बहुत ज्यादा व्यस्त रहता है, वह स्वयं अच्छा होने के लिए समय नहीं निकाल पाता।
15. मूर्ति का टूट कर धूल में मिल जाना इस बात को साबित करता है कि भगवान की धूल आपकी मूर्ति से महान है।
16. बर्तन में रखा पानी चमकता है, समुद्र का पानी अस्पष्ट प्रतीत होता है। लघु सत्य स्पष्ट शब्दों से बताया जा सकता है, पर महान सत्य मौन रहता है।
17. आस्था वह चिड़िया है जो अंधेरा होने पर भी उजाले को महसूस करती है।
18. वह जो भलाई करने में बहुत ज्यादा व्यस्त है, स्वयं अच्छा होने के लिए समय नहीं निकाल पाता।
19. तर्क करने वाला दिमाग एक ऐसे चाक़ू की तरह होता है जिसमे सिर्फ ब्लेड है, यह इसका प्रयोग करने वाले के हाथ से खून निकाल देता है।
20. उच्चतम शिक्षा वो नहीं जो हमें सिर्फ जानकारी देती है बल्कि वह है जो हमारे जीवन को सफलता का एक नया आयाम देती है।
21. संगीत दो आत्माओं के बीच के अनंत को भरता है।
22. फूल की पंखुडियां तोड़ कर आप उसकी खूबसूरती को इकठ्ठा नहीं कर सकते।
23. दोस्ती की गहराई परिचय की लंबाई पर निर्भर नहीं करती
24. ये पेड़ धरती द्वारा स्वर्ग से बोलने की कोशिश है।
25. हमें आजादी तब मिलती है जब हम इसकी पूरी कीमत चुका देते हैं।