शिवाजी सावंत प्रख्यात मराठी साहित्यकार थे। उनका जन्म 31 अगस्त 1940 को आजरा, जिला कोल्हापुर, महाराष्ट्र में हुआ था। उनका पूरा नाम शिवाजी गोविंदराव सावंत था। बचपन से ही उन्हें लेखन में रूचि थी। अपने लेखन की शुरूआत उन्होंने कविता से की थी। लिखते-लिखते मात्र 27 वर्ष की आयु में उन्होंने पहला मराठी उपन्यास मृत्युंजय प्रकाशित हुआ। अपने इस पहले उपन्यास से ही उन्हें लोकप्रिय बना दिया था। मृत्युंजय उपन्यास को आज अंग्रेजी, हिंदी, गुजराती, मलयालम, बांग्ला, कन्नड़, राजस्थानी, तेलुगु सहेत कई भाषाओं में अनुवाद किया जा चुका है।
शिवाजी सावंत ने कई सारी कृतियाँ लिखी। मृत्युंजय के अलावा की लोकप्रिय क़ति में छावा (मराठी) लिखी गई थी। उनके इस उपन्यास पर नाटकों का मंचन भी हो चुका है। इसके अलावा उनका सबसे लोकप्रिय ब़हत् उपन्यास युगंधर प्रकाशित हुआ। यह श्रीक़ष्ण जी के जीवन पर आधारित है। इसका हिंदी अनुवाद करके भारतीय ज्ञानपीठ से प्रकाशित किया गया है।
शिवाजी सावंत ने बहुत अधिक उपन्यास नहीं लिखे हैं। लेकिन जीतने भी लिखे हैं, मुख्यतः लोकप्रिय हुए है। शिवाजी सांवत का निधन 18 सितंबर2002 को मडगांव में हुआ था।
पुरस्कार
- अपनी लेखने के लिए उन्हें 1982 में गुजरात राज्य सरकार द्वारा भी साहित्य अकादमी पुरस्कार से नवाजा गया।
- 1995 में भारतीय ज्ञानपीठ का मूर्तिदेवी पुरस्कार से नवाजा गया।
- 1999 पुणे में आचार्य अत्रे प्रतिष्ठान पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
शिवाजी सावंत की कृतियाँ
- लढत (जीवनी)
- शलाका साज (निबंध)
- छावा
- युगंधर
- मृत्युंजय