Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

मालिक के शरीर पर लेट कुतिया ने बचाई ठंड से उसकी जान

हमें फॉलो करें मालिक के शरीर पर लेट कुतिया ने बचाई ठंड से उसकी जान
शिकागो , बुधवार, 18 जनवरी 2017 (16:02 IST)
अमेरिका में एक कुतिया ने 24 घंटे तक भीषण ठंड में अपने 64 वर्षीय मालिक के ऊपर लेटे रहकर उन्हें मरने से बचा लिया। मालिक गिरने और गर्दन की हड्डी टूटने के कारण एकदम अपंग हालत में पड़ा था। बॉब पेतोस्की नववर्ष की पूर्व संध्या पर जलाने के लिए लकड़ियां इकट्ठा कर रहे थे और उस समय मिशिगन में अपने फॉर्म हाउस में उस समय अकेले थे। 5 वर्षीय गोल्डन रिटरीवर केल्सी (कुतिया) फीस्टा बाउल उत्सव के दौरान उस समय बॉब के साथ थी।
 
उसी समय बॉब ने फायर प्लेस के लिए लकड़ियां लेने के लिए घर से बाहर जाने का फैसला किया। वह अपनी पेंट, स्लीपर और केवल कमीज पहने बाहर चले गए। वे मुश्किल से 15 फुट ही चले होंगे कि अचानक फिसल गए और गिर पड़े। इसके बाद वे वहां से उठ नहीं पाए। उस समय हाड़ कंपा देने वाली ठंड पड़ रही थी। पेतोस्की न्यूज ने बॉब के हवाले से बताया कि मैं मदद के लिए चिल्ला रहा था लेकिन मेरा सबसे करीबी पड़ोसी भी करीब एक चौथाई मील की दूरी पर था और रात के 10.30 बजे हुए थे। उस समय मेरी केल्सी वहां आ गई।
 
उन्होंने बताया कि सुबह होने तक मेरी आवाज जा चुकी थी और मैं मदद के लिए चिल्ला भी नहीं सकता था लेकिन केल्सी ने भौंकना बंद नहीं किया। अगले 20 घंटे बॉब बर्फ में पड़े रहे और तापमान काफी नीचे चला गया। बॉब ने बताया कि केल्सी उनके ऊपर लेटी रही और उनके शरीर को गर्म रखने में मदद की। वह उन्हें जगाए रखने के लिए उनके चेहरे और हाथों को चाटती रही।
 
उन्होंने बताया कि केल्सी मदद के लिए भौंकती रही लेकिन मेरे पास से नहीं हटी। करीब 19 घंटे बर्फ में पड़े रहने के बाद बॉब की चेतना जाती रही लेकिन केल्सी ने तब तक भौंकना जारी रखा, जब तक कि उसके पड़ोसी रिक वहां नहीं पहुंच गए। बॉब ने बताया कि रिक ने नए साल में शाम 6.30 बजे उन्हें वहां पड़े हुए पाया। 
 
पड़ोसी से फोन पर पिता की हालत पता चलने पर उनकी बेटी जेनी ग्रोस पॉइंट से उनके घर पहुंची। मैकलारेन नॉर्दर्न मिशिगन अस्पताल में न्यूरो सर्जन चेम कोलेन ने उनके कई ऑपरेशन किए और बताया कि कुतिया ने उनकी जान बचाई।


Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

यहां इंसान जानवरों के पिंजरे में हैं रहने को मजबूर....