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यहां भूत-प्रेत बढ़ा रहे हैं पर्यटन..!

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अमेरिका के फ्लोरिडा राज्य के समुदाय कासाडागा को दुनियाभर में 'साइकिक कैपिटल' के नाम से जाना जाता है। इस शहर के बारे में कहा जाता है कि यहां कि आधी आबादी भूत-प्रेत से बातें करते हैं। यह डेटाना और ऑरलैंडो के पीछे सुनसान जंगलों में बसी एक ऐसी रिहाइश है, जहां पर आपको ज्यादातर माध्यमों, हीलर्स (झाड़ फूंक से इलाज करने वाले), गुनिया और ओझा रहते हैं और यहां पर सुनसान स्थान पर अपनी तंत्र-मंत्र साधना करते रहते हैं।   
इस कारण से इस बस्ती को दुनियाभर में 'साइकिक कैपिटल' के नाम से जाना जाता है। ऐसे शहर के बारे में कहा जाता है कि यहां कि आधी आबादी भूत-प्रेत से बातें करती है। अमेरिका के ऐसे कस्बे का नाम कासाडागा टाउन है।
 
इस शहर को साल 1875 में न्यूयॉर्क के आध्यात्मिक गुरु जॉर्ज कॉल्बी ने बसाया था। कॉल्बी को स्प्रिचुअलिस्ट कैम्प, कासाडागा को न्यूयॉर्क निवासी और अमेरिका के मूल निवासियों के गुरु सेनेका ने स्थापित करने के लिए प्रेरित किया था। वे 1875 में मध्य फ्लोरिडा के इस बियावान जंगल में पहुंचे थे। 
 
सेनेका की भविष्यवाणी के अनुसार कॉल्बी ने यहां आकर 1894 में सदर्न कासाडागा स्प्रिचुअलिस्ट कैम्प मीटिंग एसोसिएशन का चार्टर तैयार कर पास कराया था और उन्हें सरकार से 35 एकड़ जमीन मिली थी लेकिन कुछ दशकों के बाद ही यह कैम्प पर 57 एकड़ तक फैल गया। 
 
अगले पेज पर पढ़ें.... यहां के आध्यात्मिक लोगों का दावा.... 
 

यहां अध्यात्म से जुड़े लोग यहां धीरे-धीरे आकर बसने लग गए, जो खुद स्प्रिचुअल हीलर्स बन गए। ऐसा दावा किया जाता है कि अमेरिका के इस कस्बे में रहने वाले ज्यादातर लोग परामनोविज्ञान की जानकारी रखते हैं। 
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परामनोवैज्ञानिक मानते हैं कि मृत्यु के बाद भी व्यक्ति का कुछ अशरीरी अस्तित्व बचा रहता है और अगर प्रयास किया जाए तो कोई भी‍ किसी भी मृत व्यक्ति से संपर्क स्थापित किया जा सकता है। 
 
इसी आधार पर यहां की आधी से ज्यादा आबादी इस बात का दावा करती है कि उनमें ऐसी शक्ति मौजूद है, जिसके वे एक माध्यम बनकर या अन्य तरीकों से दिवंगत व्यक्ति की आत्मा से संपर्क कर सकते है। कासाडागा में 100 से अधिक स्प्रिचुअल हीलर्स हैं, जो कि मृत आत्माओं से संपर्क कर देने का दावा करते हैं। इस कारण से यहां हर साल सैकड़ों लोग दूर-दूर से बुरी आत्माओं से मुक्ति पाने के लिए आते हैं। 
 
यहां ईसाइयत, दर्शन और विज्ञान के मिले-जुले आधार पर केंद्रित अध्यात्म का एक ऐसा अनूठा रूप देखने को मिलता है। यहां के स्प्रिचुअल हीलर्स टैरो कार्ड्स और हस्तरेखाओं को पढ़कर भी आत्माओं से संपर्क करने का दावा करते है। अनुमान के मुताबिक यहां हर साल करीब 15,000 लोग आते हैं और लोगों का आना-जाना ही कासाडागा की अर्थव्यवस्था का आधार भी है।

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