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क्या दिल के आकार का इतिहास एक पौधे के बीज से जुड़ा है! जानिए कहां से आया हार्ट का शेप

जानिए हार्ट शेप का क्या है दिलचस्प रहस्य और कैसे बन गया यह प्रेम का प्रतीक

हमें फॉलो करें क्या दिल के आकार का इतिहास एक पौधे के बीज से जुड़ा है! जानिए कहां से आया हार्ट का शेप

WD Feature Desk

, बुधवार, 13 नवंबर 2024 (10:45 IST)
Love Shape Heart

Interesting Story of Love Heart Shape: जब भी हम दिल के आकार (हार्ट शेप) को देखते हैं, तो हमारे मन में प्रेम और स्नेह का ख्याल आता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यह दिल का आकार कहां से आया? क्या इसका इतिहास वाकई हमारे शरीर के हृदय से मिलता है, या यह किसी और चीज से प्रेरित है, आइये जानते हैं। 
  • माना जाता है कि यह सिल्फियम नामक पौधे के बीज से प्रेरित है, जिसका आकार दिल जैसा होता था।
  • यह वास्तविक हृदय के आकार से बिल्कुल भिन्न है।
  • क्या है दिल के आकर का प्रचलित क़िस्सा
दिल का आकार: एक दिलचस्प इतिहास  
क्या है दिल के आकार और पौधे के बीज से संबंध
कई शोधकर्ताओं का मानना है कि दिल के आकार की उत्पत्ति एक विशेष पौधे के बीज से हुई है जिसे सिल्फियम (Silphium) कहा जाता है। सिल्फियम एक प्रकार की जड़ी-बूटी थी जो प्राचीन ग्रीस और रोमन सभ्यता में पाई जाती थी। इसे औषधीय गुणों और विशेष रूप से गर्भनिरोधक के रूप में बहुत लोकप्रिय माना जाता था। सिल्फियम का बीज हृदय के आकार का होता था, और यही कारण है कि धीरे-धीरे यह आकार प्रेम और स्नेह का प्रतीक बन गया।

क्या है दिल के आकार का प्रचलित किस्सा
कई पुराने किस्सों में दावा किया जाता है कि प्राचीन काल में युवक-युवतियों के बीच शादी से पहले शारीरिक संबंध आम थे। मान्यता है कि उस समय अनचाहे गर्भधारण से बचने के लिए कुछ विशिष्ट पौधों के बीजों का इस्तेमाल किया जाता था। इनमें से एक पौधा सिलफियम था। धीरे-धीरे, इन बीजों को प्यार का प्रतीक मान लिया गया और लोगों ने इसे विभिन्न प्रकार की वस्तुओं पर उकेरना शुरू कर दिया।

सिल्फियम का इतिहास और महत्व
सिल्फियम का पौधा प्राचीन काल में काफी दुर्लभ था और इसकी बहुत मांग थी। माना जाता है कि इस पौधे का उपयोग इतनी अधिक मात्रा में किया गया कि यह लगभग विलुप्त हो गया। इसके बीज का आकार ही उस समय के लोगों में इतना प्रसिद्ध हो गया कि यह धीरे-धीरे प्रेम के प्रतीक के रूप में इस्तेमाल होने लगा। सिल्फियम के बीज का दिल के आकार से जुड़ाव इसे अनोखा बनाता है।
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दिल के आकार का आधुनिक प्रतीक
समय के साथ, दिल का यह आकार केवल पौधे से जुड़े इतिहास तक सीमित नहीं रहा, बल्कि यह प्रेम और स्नेह का एक सार्वभौमिक प्रतीक बन गया। कला, साहित्य, और विभिन्न संस्कृतियों में दिल के आकार को प्रेम के प्रतीक के रूप में अपनाया गया। यह आकार आज दुनिया भर में बहुत लोकप्रिय है और इसे प्यार का प्रतीक माना जाता है।

दिल के आकार का अर्थ और महत्व
आज के समय में दिल का आकार न केवल प्रेम का प्रतीक है, बल्कि इसका उपयोग भावनाओं को व्यक्त करने के लिए भी किया जाता है। सोशल मीडिया, ग्रीटिंग कार्ड्स, और यहाँ तक कि गहनों में भी इस आकार का उपयोग किया जाता है। यह आकार पूरी दुनिया में एक ऐसा प्रतीक बन गया है, जिसे देखकर हर कोई भावनाओं को आसानी से समझ सकता है।

अस्वीकरण (Disclaimer) : सेहत, ब्यूटी केयर, आयुर्वेद, योग, धर्म, ज्योतिष, वास्तु, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार जनरुचि को ध्यान में रखते हुए सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। इससे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।



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