कभी ऐसा हुआ है कि साल के किसी महीने का क्रम पहले कोई दूसरा हो और फिर उसे बदल दिया गया हो।
लेकिन ऐसा नवंबर महीने के साथ हुआ है।
जी हां, नवंबर एक ऐसा महीना है, जो महीनों के क्रम में पहले 9वें स्थान आता था, और बाद में इसे 11वें स्थान पर कर दिया गया। इसके पीछे की कहानी भी बेहद दिलचस्प है, आइए जानते हैं क्या थी वजह।
आज से यानी 1 नवंबर से साल के ग्यारहवें महीने नवंबर की शुरुआत हो गई है। वैसे तो नवंबर के महीना भी अन्य महीनों की तरह ही है, इसके क्रम बदलने की वजह से यह बेहद खास हो गया। इसके अलावा मौसम और धार्मिक कार्यों के हिसाब से भी यह महीना काफी अहम माना जाता है।
नवंबर के नाम से यही लगता है कि यह नौवें नंबर पर आता होगा, ये बात सही भी है। पहले यह नौ नंबर पर ही आता था। लेकिन बाद में इसे 11वें नंबर पर कर दिया गया। कहा जाता है कि रोमन कैलेंडर के बदलने के बाद भी इसके नाम में बदलाव नहीं किया गया। इसका इस्तेमाल 45 BC तक किया गया था।
दरअसल, पहले रोमन कैलेंडर को 10 महीने का ही बनाया गया था, उस वक्त भी नवंबर का महीना दूसरा आखिरी महीना था यानी नवंबर 9वें स्थान पर आता था। अगर नाम की बात करें तो “ninth month” का लेटिन में ट्रांसलेट कर के ही इसका नाम नवंबर किया गया था।
लेकिन, जब Julian कैलेंडर अपनाया गया तो उसमें दो महीने और जोड़े गए। उसके बाद से साल में 12 महीने लगे, जबकि पहले ऐसा नहीं था।
मगर भले ही कैलेंडर दो महीने आगे बढ़ गया, लेकिन नवंबर का नाम बदला नहीं गया और यह 11वें स्थान पर आ गया। इसे आज भी नवंबर के महीने से ही जाना जाता है।