हर देश में आदमी की लंबाई का औसत भिन्न- भिन्न है। लेकिन कुछ लोगों को उम्मीद से ज्यादा लंबाई कुदरत की देन के रूप में मिल जाती है। संसार में ऐसे बहुत सारे लोग हुए हैं जिनकी लंबाई आम इंसानों की अधिकतम लंबाई से भी कहीं ज्यादा है। हालांकि यह सोचना थोड़ा कठिन है कि प्राचीनकाल में लोग 20 से 22 फीट के होते थे? पौराणिक कथाओं में ऐसे विशालकाय मानवों का जिक्र जरूर है।
1. अमेरिकी नीग्रो युवक रॉबर्ट वाडलो की लंबाई 8 फीट 11.1 इंच थी। 22 साल की उम्र में ही उसकी मौत हो गई थी। उन्हें दुनिया का सबसे लंबा आदमी माना जाता है। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में उनका नाम आज भी दर्ज है। रॉबर्ट अमेरिका के एल्टन (इलीनोइस) शहर के रहने वाले थे। 22 फरवरी 1918 को जन्मे रॉबर्ट 2 साल की उम्र में 4 फीट, 12 साल की उम्र में 7 फीट के हो गए थे। साल 1936 में महज 18 साल की उम्र में रॉबर्ट ने दुनिया के सबसे लंबे आदमी का रिकॉर्ड तोड़ दिया था। उनके जूते की साइज 37AA थी। 15 जुलाई 1940 को महज 22 साल की उम्र में उनकी मौत हो गई थी।
2. अमेरिका के ही दूसरे युवक जॉन विलियम रोगान की लंबाई 8 फीट 9 इंच थी।
3. एक तीसरे अमेरिकी युवक जॉन एफ. कैरोल की हाइट 8 फीट 7 इंच थी, लेकिन कहा जाता है कि उनकी लंबाई नापना मुश्किल था। हो सकता है कि उनकी मौत के वक्त तक उनकी लंबाई 9 फीट के करीब हो गई होगी।
4. लंबे काल तक जीवित रहे लोगों में यूक्रेन के लियोनाइड की लंबाई 8 फीट 5 इंच के लगभग थी।
5. वैनो माइलारिन की लंबाई 8 फीट 3 इंच थी।
6. उत्तरी अमेरिका के इडोआर्ड बियोपर की लंबाई भी 8 फीट 3 इंच थी।
7. पाकिस्तान के सुल्तान कोसन की हाइट भी 8 फीट 3 इंच थी।
8. डॉन कोहेलर की लंबाई 8 फीट 2 इंच थी।
9. अमेरिका के ही बर्नार्ड कोएन की लंबाई 8 फीट दर्ज की गई थी।
10. लंबे लोगों की लिस्ट में भारत के विकास कुमार उप्पल का नाम भी शामिल है। कुछ रिपोर्ट्स में उनकी लंबाई 8 फीट 10 इंच तो कुछ रिपोर्ट्स अनुसार 8 फीट 3 इंच लंबाई होने का दावा किया गया।
11. बर्नार्ड कोएन की लंबाई 8 फीट दर्ज की गई है।
12. 1986 को हरियाणा के रोहतक में जन्मे विकास को उस काल में दुनिया का 10वां सबसे लंबा व्यक्ति माना गया था। 21 साल की उम्र में 30 जून 2007 को उनकी ब्रेन ट्यूमर के कारण मौत हो गई।
इस तरह हमने यह जाना कि आदमी की लंबाई अधिकतम 8 फीट तक जा सकती है। इस लंबाई में व्यक्ति आसानी से जी सकता है।
दुनिया के वे देश जहां सबसे ज्यादा लंबे लोग रहते हैं :
1. दुनिया में अब तक के सबसे बड़े मानवों की लंबाई संबंधी अध्ययन से पता चला है कि नीदरलैंड्स के पुरुष और लातवियाई महिलाएं दुनिया में सबसे लंबी होती हैं, जबकि ग्वाटेमाला की महिलाएं और पूर्वी तिमोर के पुरुष दुनिया के सबसे छोटे कद के होते हैं।
2. शोध पत्रिका 'ई-लाइफ' में प्रकाशित अध्ययन में डच पुरुषों का औसतन कद 183 सेमी (6 फीट) जबकि एक औसत लातवियाई महिला का कद 170 सेमी (5 फुट 7 इंच) बताया गया है। लेकिन अध्ययन में यह भी पता चला है कि ईरान के पुरुष और दक्षिण कोरियाई महिलाएं गत शताब्दी में सबसे तेजी से लंबे हुए हैं।
3. अमेरिका के लोग कभी दुनिया के सबसे लंबे लोगों में शुमार हुआ करते थे, लेकिन 100 साल पहले लंबाई में पुरुष और महिला क्रमश: तीसरे और चौथे स्थान से फिसलकर 2014 में 37वें और 42वें स्थान पर आ गए हैं।
4. इंपीरियल कॉलेज के वैज्ञानिकों के अध्ययन और 'लाइफ जर्नल' के अनुसार गत 30 से 40 सालों के बीच कुछ देशों के लोगों के लंबाई में बढ़ोतरी रुक गई है, हालांकि स्पेन, इटली, लेटिन अमेरिका और पूर्वी एशिया के लोगों में अभी भी लंबाई में बढ़ोतरी जारी है। 'ई-लाइफ' ने 1914 के बाद से अब तक दुनियाभर के 187 देशों में विकास के रुझानों पर शोध छापा है।
5. इंपीरियल कॉलेज लंदन के सह-लेखक के अनुसार भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसे दक्षिण एशियाई देशों और सब सहारा अफ्रीका के लोगों का कद कुछ खास नहीं बढ़ा है। पूर्वी एशिया में जापान, चीन और दक्षिण कोरिया के लोगों का कद 100 सालों में पहले के मुकाबले बढ़ा है। हो सकता है कि यह लोगों में अपने शरीर को सेहतमंद बनाए रखने और लंबे रहने की चाहत का परिणाम हो। भारतीय लोगों में अपने शरीर की फिक्र करना प्रचलन में नहीं है।
मानव लंबाई पोषण और पर्यावरणीय कारणों से अत्यधिक प्रभावित होती है, हालांकि प्रत्येक व्यक्ति में आनुवांशिक कारक भी इसके लिए जिम्मेदार होते हैं। अध्ययन के अनुसार गर्भाधान के दौरान मां का स्वास्थ्य और पोषण भी बच्चे की लंबाई तय करता है। लंबाई का बढ़ना आजीवन परिणामों का भी हिस्सा है।
कुछ अध्ययनों से पता चला है कि लंबे व्यक्ति ज्यादा दिन तक जीवित रहते हैं, अच्छी शिक्षा पाते हैं और अच्छा कमाते हैं। लेकिन अधिकतम लंबाई से अधिक लंबाई होना बीमारियों को भी बढ़ावा देता है। अध्ययन से पता चला है कि लंबे लोगों में डिम्ब ग्रंथि और प्रोस्टेट कैंसर संबंधी बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है।