अमेरिका के एक शीर्ष कमांडर का कहना है कि यदि पाकिस्तान में अभी भी आतंकवादियों के लिए शरणस्थलियों का मुद्दा नहीं सुलझता है तो अफगानिस्तान-पाक सीमा पर और अधिक अफगान सेना को तैनात किया जा सकता है।
अमेरिकी और नाटो संयुक्त सेना के कमांडर ने अमेरिकी सांसदों के सामने यह बात कही। अमेरिकी कांग्रेस के सदस्यों के जवाब में जनरल ऐलन ने कहा कि पाक में अभी भी पनाहगाहों की मौजूदगी से आतंकवाद के खिलाफ युद्ध में खतरा है।
उन्होंने यह भी कहा कि इन शरणस्थलियों में तालिबान का रुख अलग है। यदि हमें राजीनैतिक प्रयासों से ऐसे परिणाम नहीं मिलते हंै, जिनसे इन पनाहगाहों पर लगाम लगााई जा सके और पाक द्वारा भी इन पर कोई कार्रवाई नही की जाती है तो हमें अफगान लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिये कदम उठाने होंगे।
साथ ही नाटो की अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा सहायता सेना के कमांडर जेम्स मिलर ने कहा कि अफगानिस्तान में सफलता पड़ोसी मुल्कों खासतौर पर पाकिस्तान के सहयोग पर ही निर्भर करती है। (भाषा)