कश्मीर मुद्दे को ठंडे बस्ते में नहीं डाला जा रहा-पाकिस्तान
इस्लामाबाद , शुक्रवार, 9 मार्च 2012 (20:24 IST)
पाकिस्तान ने शुक्रवार को कहा कि वह भारत के साथ रिश्तों को सामान्य बनाने की दिशा में काम करने के दौरान कश्मीर के अहम मुद्दे को ठंडे बस्ते में नहीं डाल रहा है और दोनों देशों के बीच कोई भी अंतिम समझौता कश्मीर के लोगों की आकांक्षाओं को महसूस करने से जुड़ा हुआ होगा।विदेश विभाग के प्रवक्ता अब्दुल बासित ने कहा कि जम्मू-कश्मीर समस्या कश्मीर के लोगों के लिए है और उनका आत्मनिर्णय करना उनका अभिन्न अधिकार है। इसलिए, इस मुद्दे को ठंडे बस्ते में डालने में का कोई सवाल ही नहीं है।भारत के साथ रिश्तों को सामान्य बनाने के दौरान पाकिस्तान की ओर से कश्मीर मुद्दे को अलग थलग रखने के बारे में पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि बेशक, हम पाकिस्तान-भारत संबंधों को सामान्य करने की राह पर कदम बढ़ा रहे हैं, लेकिन अंतिम गंतव्य तक पहुंचना कश्मीरियों की आकांक्षाओं को महसूस करने पर अनिवार्य रूप से निर्भर होगा। बासित ने टिप्पणी की कि मानवाधिकार की स्थिति पर संयुक्त राष्ट्र के विशेष अधिकारी ने हाल ही में भारत सरकार से सशस्त्र बल (विशेष अधिकार) अधिनियम और जम्मू-कश्मीर जन सुरक्षा अधिनियम को निरस्त करने की अपील की थी।पर्यावरण के नुकसान को न्यूनतम करने को लेकर सियाचिन मुद्दे को हल करने पर भारत और पाकिस्तान के एकजुट होकर काम करने के बारे में पूछे गए एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पाकिस्तान इस मुद्दे का जल्द से जल्द समाधान चाहता है।बासित ने कहा कि सियाचिन पर सैन्य गतिरोध एक ऐसा विषय है, जिस पर फिर से शुरू हुई वार्ता प्रक्रिया में चर्चा की जा रही है।गौरतलब है कि 2008 के मुंबई आतंकवादी हमले के चलते रूकी शांति प्रक्रिया भारत और पाकिस्तान ने दो साल पहले बहाल की थी। (भाषा)