Hanuman Chalisa

Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

वैज्ञानिकों का अनुमान, गायब हो जाएगा ब्रह्मांड

Advertiesment
हमें फॉलो करें ब्रह्मांड
बीजिंग , गुरुवार, 23 अगस्त 2012 (19:17 IST)
FILE
प्रख्यात खगोल वैज्ञानिक और नोबेल पुरस्कार से सम्मानित ब्रायन पी. स्कमीद ने ब्रह्मांड के एक अंधकारमय भविष्य का अनुमान लगाया है, जब सिर्फ हमारी आकाश गंगा बचेगी और सभी मंदाकनियां खत्म हो जाएंगी।

अंतरराष्ट्रीय खगोल विज्ञान यूनियन के 28 वें सम्मेलन में यहां शामिल हुए ब्रायन ने कहा कि 100 अरब वर्ष में मानव को ब्रह्मांड रिक्त मिलेगा क्योंकि आकाशगंगा के अलावा सभी मंदाकिनी खत्म हो जाएगी।

गौरतलब है कि हम आकाशगंगा में ही रहते हैं। ब्रह्मांड के विस्तार में बढ़ोतरी का साक्ष्य मुहैया करने को लेकर 2011 में साउल पेरमेमुटर और एडम रीस के साथ ब्रायन को भौतिकी का नोबेल पुरस्कार मिला था।

इनकी खोज से पहले आमतौर पर यह माना जाता था कि ब्रह्मांड का विस्तार धीमा पड़ गया है। सुपरनोवा की चमक और इसके लाल होने गति को माप कर ब्रायन और उनके साथियों ने यह पता लगाया था कि अरबों साल पुराने तारे और उनकी मंदाकिनी का विस्तार हो रहा है।

इन खोजों ने ‘डार्क एनर्जी’ पर शोध का मार्ग प्रशस्त किया। यह ऊर्जा का एक काल्पनिक रूप है, जो ब्रह्मांड के विस्तार में वृद्धि कर रहा है। ब्रायन ने कहा ‍कि हमारी आकाशगंगा यहीं मौजूद रहेगी और पास की किसी मंदाकिनी में समा जाएगी लेकिन आकाशगंगा से इतर सभी मंदाकिनी गायब हो जाएगी। उस वक्त खगोल वैज्ञानिक बेरोजगार हो जाएंगे क्योंकि उनके पास कोई काम नहीं होगा।

ब्रायन ने चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ को बताया कि ब्रह्मांड में शीघ्रता से विस्तार होगा और यह आखिरकार खत्म हो जाएगा। डार्क एनर्जी के बारे बात करते हुए ब्रायन ने कहा, ‘हम नहीं जानते कि डार्क एनर्जी कैसे पैदा होती है। यह अंतरिक्ष का ही हिस्सा प्रतीत होता है।’

इससे जुड़ी एक रोचक बात यह है कि ऑस्ट्रेलियन एस्ट्रोनॉमिकल आब्जरवेटरी के निदेशक मैथ्यू कोलेस ने ‘डार्क एनर्जी’ को चीनी भाषा में अनुवाद के लिए एक ऑनलाइन अनुवाद प्रणाली में डाला और इसके बाद इस शब्द के चीनी अनुवाद को फिर से अंग्रेजी में अनुवाद किया गया तो इसका अर्थ ‘शैतानी ऊर्जा’ हो गया। ब्रायन ने कहा कि ‘शैतानी’ शब्द हास्यप्रद है और यह सटीक व्याख्या नहीं है।

ब्रायन ने कहा, ‘मैं डार्क एनर्जी को शैतानी नहीं मानता। मैं इसे बहुत शीतल मानता हूं, कभी न खत्म होने वाली सर्दी के मौसम की तरह।’ बहरहाल, उन्होंने डार्क एनर्जी पर काम जारी रखने की घोषणा की है।’ उन्होंने कहा कि ब्रह्मांड वही करता है जो उसे करना है और मैं यहां इस प्रक्रिया को मापने के लिए हूं न कि फैसला करने के लिए।’ (भाषा)

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi