फ्रांस के राष्ट्रपति निकोलस सरकोजी का यूरोप के सबसे अधिक प्रभावशाली नेताओं में एक बनना तय लग रहा है और संसदीय चुनावों के ताजा नतीजों के अनुसार उनकी कंजर्वेटिव पार्टी जोरदार बहुमत की ओर बढ़ रही है।
शानदार जीत मिलने से पिछले महीने सरकोजी को मिली जीत पुख्ता होगी और वे अपने हिसाब से बदलाव लाने की स्थिति में आ जाएँगे। सरकार, संसद और शीर्ष सरकारी संगठनों पर कंजर्वेटिव पार्टी का नियंत्रण हो जाएगा।
आलोचक जहाँ इसे लोकतंत्र के लिए खतरा मान रहे हैं वहीं सरकोजी इससे असहमत हैं। फ्रांस को अधिक प्रतिस्पर्धी बनाने के प्रयासों के तहत उनकी योजना करों में कटौती करने तथा लोगों को हर हफ्ते 35 घंटे से अधिक काम करने के लिए प्रोत्साहित करने की है।
सरकोजी की पार्टी ने यूएमपी ने पहले चरण के मतदान में शानदार प्रदर्शन किया। इस चरण के लिए रविवार को मतदान हुआ था। ताजा चरण के नतीजों के अनुसार उनकी पार्टी को नेशनल असेंबली में 400 से अधिक सीटें मिलेंगी। उल्लेखनीय है कि नेशनल असेंबली में कुल 577 सीटें हैं।
सरकोजी की पार्टी को जोरदार बहुमत मिलने से विपक्ष और अन्य छोटी पार्टियाँ हाशिए पर आ जाएँगी। उन्हें अपने सुधार कार्यक्रमों को आगे बढ़ाने के लिए संसद में बहुमत की आवश्यकता है।
तीन चुनावी एजेंसियों ने दक्षिण पंथी पार्टियों के 401 से 463 सीटें और वामपंथी पार्टियों को 106 से 174 सीटें मिलने की संभावना व्यक्त की थी।