वॉशिंगटन। अमेरिका से रिकॉर्ड 27 सांसद इस महीने भारत आएंगे, जो यह दिखाता है कि अमेरिकी सांसदों ने नई दिल्ली के साथ रिश्ते मजबूत करने की कोशिशें तेज कर दी हैं।
रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक पार्टियों के शीर्ष सांसद 2 अलग-अलग दलों में भारत आ रहे हैं। अमेरिका में भारत के राजदूत नवतेज सरना ने इसे एक महत्वपूर्ण कदम बताते हुए कहा कि ऐसे दौरे दिखाते हैं कि अमेरिकी संसद में भारत-अमेरिका के संबंधों के लिए दोनों दलों का समर्थन हासिल है और यह रिश्ते मजबूत करने के अमेरिका के प्रयासों का हिस्सा है।
संसद के रिकॉर्ड से यह पता चलता है कि भारत आने वाले अमेरिकी सांसदों की यह सबसे बड़ी संख्या है। 19 सांसदों का सबसे बड़ा दल 20 से 25 फरवरी तक भारत में होगा और इस दौरान वे नई दिल्ली और हैदराबाद में रुकेंगे।
यात्रा के दौरान सांसदों का सरकार के उच्च अधिकारियों, नेताओं, थिंक टैंक संस्थाओं के सदस्यों और गैरसरकारी संगठनों से मिलने का कार्यक्रम है। दोनों दलों के 8 सांसदों का एक अन्य दल 20 से 23 फरवरी तक भारत में रहेगा और वे नई दिल्ली और बेंगलुरु जाएंगे।
सरना ने कहा कि नए प्रशासन के आने के बाद यह महत्वपूर्ण है। हम सौभाग्यशाली हैं कि कुल 27 सांसदों का 2 दल इस महीने भारत आ रहा है, जो एक छोटी संख्या नहीं है। इसी दौरान अपने सांसदों के लिए भारत के बारे में पृष्ठभूमि की जानकारी तैयार करने में अहम भूमिका निभाने वाले अमेरिकी कांग्रेस के कर्मियों का एक दल भी भारत पहुंचेगा।
भारत का नाम अमेरिका की उन शीर्ष 10 देशों की सूची में कभी नहीं रहा जिन देशों का अमेरिकी सांसदों ने बार-बार दौरा किया। अनौपचारिक आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2000 से लेकर अब तक अमेरिकी सांसद 42 बार भारत की यात्रा पर आए हैं। (भाषा)