लोग दूसरों के सामने या फिर लड़की वालों को अपनी तनख्वाह बढ़ा-चढ़ाकर बताते हैं और अब यह बात एक अध्ययन में भी साबित हो गई है। ब्रिटेन में हुए एक नए सर्वेक्षण में कहा गया है कि अपने को अधिक सफल दिखाने के लिए प्रत्येक पांच में से एक व्यक्ति अपने पुराने मित्रों को अपनी तनख्वाह और कार के बारे में झूठ बोलता है।
अध्ययन में पाया गया कि ब्रिटेन के 21 प्रतिशत लोगों ने माना कि जब वे स्कूल या यूनिवर्सिटी के अपने दोस्तों से मिलते हैं तो वे झूठ बोलते हैं। 'डेली मेल' ने अध्ययन के हवाले से कहा है कि अधिकतर पुरुष सफल दिखने की कशमकश में रहते हैं और 55 प्रतिशत पुरुष अपनी आमदनी को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करते हैं।
अध्ययन के अनुसार आठ प्रतिशत लोग अपने पास आलीशान कार होने का झूठ बोलते हैं। झूठ बोलने के मामले में सिर्फ पुरुषों को दोष देना ही ठीक नहीं है, बल्कि इसमें महिलाएं भी पीछे नहीं हैं। अध्ययन के मुताबिक 45 प्रतिशत महिलाएं अपनी नौकरी के शानदार होने का झूठ बोलती हैं ।
यह अध्ययन ब्रिटेन में 10 सितंबर को मनाए जाने वाले पहले राष्ट्रीय पुनर्मिलन समारोह के मद्देनजर किया गया है। इसमें पाया गया कि 12 प्रतिशत लोग इस बारे में झूठ बोलते हैं कि वे बहुत अच्छे इलाके में रहते हैं।
अध्ययन का रोचक पहलू यह है कि 42 प्रतिशत लोगों ने माना कि वे पुनर्मिलन समारोह मनाने के इच्छुक नहीं हैं क्योंकि इसमें पुराने मित्रों से मिलने पर उनकी वास्तविक स्थिति की पोल खुलने का खतरा है। (भाषा)