शियामिन। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 9वें ब्रिक्स सम्मेलन में भाग लेने के लिए रविवार को चीन के शियामिन शहर पहुंच गए हैं। ब्रिक्स देशों के बीच साझेदारी को मजबूत बनाने के एजेंडे पर रचनात्मक चर्चा होगी। चीन ने मिस्र, मेक्सिको, गिनी, थाइलैंड और ताजिकिस्तान को ‘ब्रिक्स प्लस’ कवायद के तहत शिखर सम्मेलन में आमंत्रित किया है।
* 9वें ब्रिक्स सम्मेलन में भारत को एक बड़ी सफलता मिली। सम्मेलन में #BRICS देशों ने संगठित रूप से सभी आतंकी संगठनों की निंदा की। इसमें खासकर पाकिस्तान प्रायोजित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयैबा और जैश-ए मोहम्मद का भी नाम भी लिया गया। उल्लेखनीय है कि पाकिस्तान के आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए मोहम्मद कश्मीर में हिंसा के लिए जिम्मेदार है।
* ब्रिक्स की बैठक में पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि शांति और विकास के लिए सहयोग जरूरी है. एकजुट रहने पर शांति और विकास संभव है। उन्होंने कहा कि हमारे देश का युवा होना हमारी सबसे बड़ी ताकत है। भारत ने काले धन के खिलाफ जंग छेड़ी है। गरीबी से लड़ने के लिए स्वच्छता अभियान चलाया। हम स्वास्थ्य, शिक्षा और स्वच्छता का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। पीएम मोदी ने आगे का कि ब्रिक्स में पांचों देश एक बराबर हैं। ब्रिक्स बैंक ने कर्ज देना शुरू किया है, इससे पांच सदस्य देशों को फायदा होगा।
* यह सम्मेलन चीन के शियामिन में हो रहा है। इस दौरान मेजबान राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग ने सम्मेलन में हिस्सा लेने पहुंचे पीएम मोदी, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, ब्राजील के राष्ट्रपति माइकल टेमर और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकोब जूमा का औपचारिक स्वागत किया। इस दौरान पीएम मोदी और शी जिनपिंग के बीच खासी गर्मजोशी देखने को मिली।
* ब्रिक्स (ब्राजील, रूस, भारत, चीन और द. अफ्रीका) बिजनेस फोरम के उद्घाटन भाषण में जिनपिंग ने कहा कि ब्रिक्स देशों को भू-राजनीतिक मुद्दों को सुलझाने की प्रक्रिया में रचनात्मक हिस्सा लेकर उचित योगदान करना चाहिए। उन्होंने कहा, 'मैं इस बात से आश्वस्त हूं कि जब हम सभी प्रकार के आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में समग्र दृष्टिकोण अपनाएंगे और इसके लक्षण तथा मूल कारणों से निपटेंगे तब आतंकियों के छिपने की जगह नहीं होगी।'
*प्रधानमंत्री ने यह उम्मीद भी जताई कि इस यात्रा के दौरान मंगलवार (5 सितंबर) को मोदी चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ द्विपक्षीय मुलाकात कर सकते हैं।
*चीन द्वारा आमंत्रित मिस्र जैसे देशों के नेताओं से भी मोदी की मुलाकात होने की उम्मीद है। चीन ने मिस्र, केन्या, तजाकिस्तान, मेक्सिको और थाईलैंड को सम्मेलन में अतिथि देशों के रूप में आमंत्रित किया है।
*प्रधानमंत्री का भारतीय समुदाय के लोगों ने गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान मोदी के रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और ब्रिक्स के अन्य नेताओं के साथ कई द्विपक्षीय बैठकें करने की भी उम्मीद है।