इस्लामाबाद। पाकिस्तान अपने पड़ोसी देश भारत स्थित अपने शीर्ष उच्चायुक्त अब्दुल बासित को बदल सकता है जिनका 3 साल का कार्यकाल पूरा हो गया है।
बासित को वर्ष 2014 में भारत में पाकिस्तान का उच्चायुक्त नियुक्त किया गया था। इससे पहले वे इस बात को लेकर आश्वस्त थे कि उनको पाकिस्तान का विदेश सचिव नियुक्त किया जाएगा लेकिन अंतिम समय पर एजाज अहमद चौधरी को इस पद पर नियुक्त कर दिया गया था, वहीं पिछले महीने उनकी कनिष्ठ तेहमिना जंजुआ को उनका उच्चाधिकारी और विदेश सचिव बना दिया गया, क्योंकि इस्लामाबाद पहली बार किसी महिला को विदेश सचिव बनाकर इतिहास रचना चाहता था।
विश्वस्त सूत्रों ने बताया कि इससे आहत होकर बासित ने इस्तीफा देने का मन बना लिया था लेकिन बाद में उन्होंने इस पद पर बने रहने का फैसला किया, हालांकि उन्होंने अपने उच्चाधिकारियों दोटूक तरीके से यह बात कह दी है कि वे जंजुआ के मातहत वाले किसी भी पद पर काम नहीं करेंगे।
उनके कार्यकाल पूरा करने पर विदेश विभाग के अधिकारी यह फैसला नहीं कर पा रहे हैं कि बासित को पद पर बनाए रखा जाए या कोई और पद दिया जाए। सूत्रों ने बताया कि उनके लिए कई विकल्पों पर विचार किया जा रहा है और एक विकल्प है कि उनके स्थान पर किसी दूसरे व्यक्ति को नई दिल्ली भेज दिया जाए और पाकिस्तान लौटने पर बासित को लंबी छुट्टी पर भेज दिया जाए।
उनके स्थान पर भेजे जाने वाले संभावित अधिकारियों में वरिष्ठ राजनयिक सोहैल महमूद का नाम सबसे आगे चर्चा में है। (भाषा)