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अफगान राष्ट्रपति ने कहा- पाकिस्तान है आतंकियों का 'सेफ हेवन'

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, सोमवार, 25 जुलाई 2016 (09:59 IST)
काबुल। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने पाकिस्तान द्वारा आतंकियों को सेफ हेवन दिए जाने पर कड़ी आपत्ति जताते हुए कहा, 'अल कायदा-तालिबान से निपटने से बड़ा चैलेंज है पाकिस्तान से रिश्ते बनाना। वहीं अफगानिस्तान, भारत से अपनी दोस्ती को लेकर गर्व करता है।'
गनी ने जियो न्यूज से बातचीत में कहा, 'ये समझना मुश्किल होता है जब पाकिस्तान कहता है कि वह किसी टेररिस्ट गुट को अपना संविधान बदलने की इजाजत नहीं देगा और उन पर कार्रवाई करने के लिए एक नेशनल एक्शन प्लान तैयार करेगा। वहीं, पाकिस्तान का दूसरा गुट सरकार की कही बातों को दरकिनार कर अफगानिस्तान में आतंक और मौत का खेल खेलता है।'
 
गनी ने ये भी कहा, 'मैं क्वेटा में रह रहे तालिबान आतंकियों का एड्रेस भी दे सकता हूं। अगर पाकिस्तान आतंकी गुटों के खिलाफ एक्शन नहीं लेगा तो हम उस पर भरोसा नहीं करेंगे।'
 
गनी ने ये बातें शनिवार को कहीं। उसी दिन काबुल में हुए आतंकी हमले में 80 लोग मारे गए थे। इसे बीते 15 साल में सबसे बड़ा हमला बताया जा रहा है।
 
गनी का दावा है कि अफगान फोर्सेस ने तहरीक-ए-तालिबान चीफ मुल्ला फजलुल्लाह और करीबियों पर 11 बार हमले किए। क्या आप बता सकते हैं कि पाकिस्तान ने हक्कानी नेटवर्क, मुल्ला उमर, मुल्ला मंसूर के खिलाफ एक भी हमला किया? मंसूर पाकिस्तानी पासपोर्ट लेकर कराची से बाहर चला गया था। क्या फजलुल्लाह अफगान पासपोर्ट लेकर काबुल से बाहर जा सकता है?'
 
गनी ने ये भी आरोप लगाया, 'जो आतंकी हमारे यहां घायल हो जाते हैं, उनका पाकिस्तान के हॉस्पिटल्स में खुलेआम इलाज चलता है। जिनको अफगानिस्तान टेररिस्ट बताता है, वो पाकिस्तान में मीटिंग करते हैं।'
 
गनी ने कहा, अफगान सरकार द्वारा मुल्ला उमर के मारे जाने की खबर को लीक किए जाने की बात से इनकार करते हैं। गनी के मुताबिक, 'उमर के मारे जाने की खबर तालिबान की तरफ से आई थी। हमने उसे लीक नहीं किया। बस ऑफिशियल स्टेटमेंट जारी किया था।' 'न्यूज के लीक होने के बाद हमने उसे तालिबान नेटवर्क के 19 सोर्सेस से कन्फर्म किया था।' 
 
गनी ने कहा, 'भारत के साथ अफगानिस्तान के ऐतिहासिक रिश्ते हैं। भारत, अफगानिस्तान में डैम बनवा रहा है। वह एक लोकतांत्रिक देश है। सबसे बड़ी बात ये कि वह हमारी डेमोक्रेसी की उम्मीदों को समझता है।'


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