Ahmedabad Air India plane crash case : अहमदाबाद एयर इंडिया विमान दुर्घटना मामले में एक अहम रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें बड़ा खुलासा हुआ है। विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद ब्रिटेन भेजे गए शवों को संभालते समय लंदन के शवगृह के कर्मचारी खतरनाक रूप से उच्च स्तर के विषाक्त पदार्थों के संपर्क में आए थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि लंदन के वेस्टमिंस्टर सार्वजनिक शवगृह में लाए गए शवों में फॉर्मलिन की अत्यधिक मात्रा पाई गई। फॉर्मलिन अत्यधिक विषाक्त पदार्थ होता है, जो श्वसन तंत्र में गंभीर परेशानी पैदा कर सकता है। उल्लेखनीय है कि इस हादसे में विमान में सवार कुल 242 लोगों में से एक को छोड़कर सभी और जमीन पर मौजूद 19 लोगों की मौत हो गई थी।
खबरों के अनुसार, अहमदाबाद एयर इंडिया विमान दुर्घटना मामले में एक अहम रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें बड़ा खुलासा हुआ है। विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद ब्रिटेन भेजे गए शवों को संभालते समय लंदन के शवगृह के कर्मचारी खतरनाक रूप से उच्च स्तर के विषाक्त पदार्थों के संपर्क में आए थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि लंदन के वेस्टमिंस्टर सार्वजनिक शवगृह में लाए गए शवों में फॉर्मलिन की अत्यधिक मात्रा पाई गई। फॉर्मलिन अत्यधिक विषाक्त पदार्थ होता है, जो श्वसन तंत्र में गंभीर परेशानी पैदा कर सकता है।
अहमदाबाद में 12 जून को दुर्घटनाग्रस्त हुए बोइंग 787 विमान हादसे में कुल 242 लोगों में से एक को छोड़कर सभी और जमीन पर मौजूद 19 लोगों की मौत हो गई थी। हादसे में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का भी निधन हो गया था। खबरों के अनुसार, विमान में सवार 53 ब्रिटिश नागरिकों की मौत संबंधी जांच का नेतृत्व कर रहीं प्रोफेसर फियोना विलकॉक्स ने 'भविष्य में मौतों की रोकथाम संबंधी रिपोर्ट' जारी की है।
अपनी रिपोर्ट में डॉ. विलकॉक्स ने कहा, अभी तक किसी भी मृत्यु-जांच (इनक्वेस्ट) की सुनवाई शुरू नहीं हुई है। यह रिपोर्ट मेरे उस दायित्व के आधार पर तैयार की गई है, जो विनियम 28 के तहत लागू होता है। जिन मृत व्यक्तियों के शवों को ब्रिटेन वापस भेजा गया, उन्हें जिस तरीके से संरक्षित किया गया और लाया गया, उसने शवगृह में काम करने वाले सभी लोगों के लिए गंभीर खतरा उत्पन्न कर दिया।
उन्होंने कहा, फॉर्मलिन का स्तर अत्यंत खतरनाक पाया गया तथा शवगृह में कार्बन मोनोक्साइड और सायनाइड भी खतरनाक मात्रा में मिले। यह स्थिति तब सामने आई, जब ताबूत खोले गए और विदेश से लाए गए मृतकों के शवों की पट्टियां हटाई गईं। उन्होंने कहा, शवगृहों में फॉर्मलिन से होने वाले गंभीर स्वास्थ्य खतरों को लेकर पर्याप्त जागरूकता नहीं है।
ब्रिटिश सरकार के मुताबिक, यह एक बेहद चौंकाने वाला मामला है। हम भविष्य में होने वाली मौतों की रोकथाम से जुड़ी सभी रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हैं और उनसे सीखते हैं तथा हम औपचारिक रूप से प्रतिक्रिया देने से पहले इस पर पूरी तरह से विचार करेंगे।
इस बीच अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हुए एयर इंडिया के विमान हादसे में सुप्रीम कोर्ट ने नोटिस जारी किया है। कोर्ट ने यह आदेश पुष्करराज सबरवाल की याचिका पर दिया है। जिनके बेटे सुमित बोइंग 787 ड्रीमलाइनर के पायलट-इन-कमांड थे। कोर्ट ने केंद्र और नागरिक उड्डयन नियामक डीजीसीए को नोटिस भेजा है। जिसमें कहा है कि इस दुर्घटना के लिए पायलट-इन-कमांड को दोषी नहीं ठहराया जा सकता।
दरअसल, एयर इंडिया के मृतक पायलट सुमित सबरवाल के पिता ने विमान हादसे के न्यायिक जांच की मांग की है। फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स (FIP) ने भी इसी मांग के साथ एक याचिका दायर की थी। इस याचिका पर सुनवाई करते हुए न्यायमूर्ति सूर्यकांत ने दिवंगत पायलट के पिता सुमित सबरवाल से कहा, यह दुर्घटना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण थी, लेकिन आपको यह बोझ नहीं उठाना चाहिए कि आपके बेटे को दोषी ठहराया जा रहा है।
Edited By : Chetan Gour