इस्लामाबाद। पाकिस्तान में सुप्रीम कोर्ट से ईशनिंदा मामले में बीते साल मौत की सजा से बरी की गई ईसाई महिला आसिया बीबी यह देश छोड़कर कनाडा अपने परिवार के पास पहुंच गई हैं। उनके वकील ने यह जानकारी दी।
बीबी (47) को 2010 में अपने पड़ोसियों के साथ विवाद में इस्लाम के अपमान का आरोप लगने के बाद दोषी ठहराया गया था। हालांकि चार बच्चों की इस मां ने लगातार कहा कि वह निर्दोष है पर इसके बाद भी उन्हें आठ साल जेल की कोठरी में बिताने पड़े।
स्थानीय समाचार पत्र डॉन ने विदेश मंत्रालय में एक सूत्र के हवाले से कहा कि आसिया बीबी ने देश छोड़ दिया है। वह एक स्वतंत्र नागरिक हैं और अपनी स्वतंत्र इच्छा के अनुरूप यात्रा कर सकती हैं।
बीबी के वकील सैफुल मलूक ने इस बात की पुष्टि की है कि बीबी कनाडा पहुंच गई हैं। ब्रिटिश अखबार द गार्डियन ने उनके हवाले से यह जानकारी दी है। अखबार ने लिखा, 'यह बड़ा दिन है, आसिया बीबी पाकिस्तान छोड़कर कनाडा पहुंच गई हैं। वे अब अपने परिवार के साथ हैं। न्याय मिला।'
उन्होंने कहा कि बीबी का कनाडा में सुरक्षित पहुंचना कार्यकर्ताओं, विदेश राजनयिकों और अन्य लोगों की मेहनत का परिणाम है जो बीबी के कठिन समय में उसने साथ रहे और उसकी स्वतंत्रता के लिए कार्य किया।
पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने गत 31 अक्टूबर को उन्हें ईशनिंदा के आरोपों से बरी कर दिया था। इस फैसले से पाकिस्तान में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे। ये प्रदर्शन इस्लामिक राजनीतिक दल तहरीक-ए-लबैक ने किए थे और इसके कार्यकर्ताओं ने देश के कई इलाकों में राजमार्ग और सड़कों पर यातायात रोक दिया था।
ब्रिटिश पाकिस्तानी ईसाई एसोसिएशन ने भी एक बयान में कहा कि उन्हें ब्रिटिश राजनयिक ने बताया है कि आसिया बीबी पाकिस्तान से सुरक्षित निकल गई हैं।
जियो न्यूज ने कहा कि महिला के कागज एक महीना पहले तैयार कर लिए गए थे। बीबी के पति आशिक मसीह ने एक वीडियो संदेश के जरिए विश्व के नेताओं से अपील की थी कि वह आसिया के सुरक्षित रूप से पाकिस्तान से बाहर निकलने में मदद करें। (भाषा)