कराची। पाकिस्तान में शुक्रवार को विमान हादसे में 97 लोगों की मौत हो गई और दो यात्री चमत्कारिक रूप से बच गए। राष्ट्रीय विमानन कंपनी के एयरबस ए320 में 91 यात्री और चालक दल के आठ सदस्य सवार थे।
गौरतलब है कि पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) का एक यात्री विमान शुक्रवार को यहां जिन्ना अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के पास घनी आबादी वाले रिहाइशी इलाके में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
अधिकारियों ने बताया कि विमान लाहौर से आ रहा था और कराची उतरने ही वाला था कि एक मिनट पहले मालिर में मॉडल कॉलोनी के निकट जिन्ना गार्डन में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
डॉन न्यूज ने शनिवार को सिंध के स्वास्थ्य अधिकारियों के हवाले से बताया कि 97 लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है जबकि दो लोग बच गए हैं। खबर में बताया गया कि जीवित बचे दोनों लोगों की हालत स्थिर है।
खबर के मुताबिक पहले एक महिला की पहचान विमान में सवार यात्रियों में से जीवित बची शख्स के तौर पर की गई थी लेकिन बाद में वह उस इलाके की निवासी निकली जहां विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। वह उन 11 लोगों में से एक है जो रिहायशी इलाके में विमान दुर्घटनाग्रस्त होने से घायल हुए हैं।
सिंध की स्वास्थ्य मंत्री अजरा पेचुहो ने बताया कि हादसे में 2 लोग बचे हैं जिनमें बैंक ऑफ पंजाब के अध्यक्ष जफर मसूद भी शामिल हैं और उन्होंने अपनी मां को फोन कर अपने कुशल होने की जानकारी दी। पेचुहो ने कहा कि हमें अभी मालूम नहीं है कि असल में कितने लोग घायल हुए हैं, क्योंकि कोविड-19 के कारण हम पहले ही आपात स्थिति का सामना कर रहे हैं।
ईधी कल्याण ट्रस्ट के फैजल ईधी द्वारा ऐसे 25-30 निवासियों को भी अस्पताल ले जाया गया है जिनके घरों को इस विमान हादसे में नुकसान पहुंचा है। उनमें से अधिकतर झुलस गए थे। क्रैश लैंडिंग के दौरान विमान के पंख आवासीय कॉलोनी के घरों से टकराते गए और इसके बाद विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। ईधी ने कहा कि इस हादसे में कम से कम 25 मकानों को नुकसान पहुंचा है।
मंत्री ने कहा कि पहली प्राथमिकता लोगों को बचाने की है। मुख्य बाधा संकरी गलियां और आम लोगों की भारी मौजदगी थी, जो वहां दुर्घटना के बाद इकट्ठा हो गए थे। उन्हें हटा दिया गया है। पीआईए के अधिकारियों के मुताबिक कैप्टन ने हवाई यातायात टॉवर को सूचित किया कि उसे विमान के लैंडिंग गियर में कुछ गड़बड़ी लग रही है और इसके बाद विमान रडार से गायब हो गया।
दुर्घटना के कारण की पुष्टि होना अभी बाकी है। पीआईए के मुख्य कार्यकारी एयर वाइस मार्शल अरशद मलिक ने कहा कि पायलट ने यातायात नियंत्रक को बताया था कि वह कुछ तकनीकी मुश्किलों का अनुभव कर रहा है। मलिक ने उन खबरों को खारिज किया कि विमान में उड़ान से पहले भी गड़बड़ी थी।
उन्होंने कहा कि दुर्घटना के असली कारण का पता जांच के बाद चलेगा, जो स्वतंत्र व निष्पक्ष होगी तथा मीडिया को उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि इस अभियान को पूरा होने में 2 से 3 दिन का वक्त लगेगा। पाकिस्तान ने दुर्घटना की वजह का पता लगाने के लिए 4 सदस्यीय बोर्ड ऑफ इन्क्वायरी का गठन किया है।
सरकार के विमानन मंडल द्वारा जारी एक आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार बोर्ड को जल्द से जल्द जांच पूरी करने के लिए कहा गया है। पाकिस्तान के 'दुनिया न्यूज' ने कहा कि उसने पायलट और एटीसी की बातचीत की रिकॉर्डिंग हासिल की है। इसमें पायलट कहता सुनाई दे रहा है कि 2 इंजन खो दिए हैं। कुछ सेकंड बाद उसने कहा कि मेडे, मेडे, मेडे और इसके बाद कोई संपर्क नहीं हुआ।
इस बीच राष्ट्रपति आरिफ अलवी ने विमान हादसे में लोगों की मौत पर गहरा दुख व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री इमरान खान ने विमान हादसे में लोगों की जान जाने पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए इस मामले में तत्काल जांच के आदेश दिए हैं। पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने हादसे में लोगों की जान जाने पर अफसोस जताते हुए सेना को राहत व बचाव कार्य में नागरिक प्रशासन की हरसंभव मदद का निर्देश दिया।
भारतीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी इस विमान हादसे में लोगों की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है। यह विमान लाहौर से कराची आ रहा था और नागर विमानन प्राधिकरण (सीएए) ने पिछले शनिवार को कई हफ्तों के लॉकडाउन के बाद सीमित संख्या में उड़ानों के संचालन की इजाजत दी थी। टीवी चैनलों में दिखाया जा रहा है कि जिस जगह यह दुर्घटना हुई वहां कुछ घरों और कारों को नुकसान पहुंचा है।
पीआईए के प्रवक्ता अब्दुल्ला हफीज ने कहा कि विमान का स्थानीय समय के मुताबिक अपराह्न 2 बजकर 37 मिनट पर हवाई अड्डे से संपर्क टूट गया था और अभी विमान में आई किसी तकनीकी गड़बड़ी के बारे में कुछ भी कहना बेहद जल्दबाजी होगा। उन्होंने कहा कि यात्रियों में 31 महिलाएं और 9 बच्चे थे।
पाकिस्तान में 7 दिसंबर 2016 के बाद यह पहला बड़ा विमान हादसा है, जब चित्राल से इस्लामाबाद आ रहा एक पीआईए एटीआर-42 विमान बीच में ही दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस हादसे में विमान में सवार सभी 48 लोगों की मौत हो गई थी। मृतकों में गायक और ईसाई धर्म के प्रचारक जुनेद जमशेद भी शामिल थे। यह हादसा उस दिन हुआ है, जब पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने 22 से 27 मई तक ईद की छुट्टियों की घोषणा की। (भाषा)