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14 लोग जिन्होंने साबित कर दिया, ऑटिज्म एक स्थिति से कहीं अधिक है

हमें फॉलो करें 14 लोग जिन्होंने साबित कर दिया, ऑटिज्म एक स्थिति से कहीं अधिक है
हमारे देश में बहुत से ऐसे विषय हैं जिनपर अक्सर बात करना उचित नहीं समझा जाता। क्या आपने कभी खुद से पूछा ऑटिज्म क्या है? भारत में करीब 1 करोड़ बच्चे इस स्थिति से पीड़ित हैं।

किसी सोशल स्किल में कम पड़ने के बावजूद, पूरी संभावना हो सकती है कि ये लोग किसी अन्य चीज में बेहद कुशल हों। दुनिया में कुछ ऐसे लोग हैं जिन्होंने ऑटिज्म से पीड़ित होने के बावजूद, अपनी प्रतिभा के दम पर दुनिया पर नाम रोशन किया।  
 
1. अल्बर्ट आइंस्टाइन
 
दुनिया के प्रसिद्ध वैज्ञानिकों मे से एक, अल्बर्ट आइंस्टाइन को स्कूल के दिनों में कंसट्रेशन (एकाग्रता) की दिक्कत थी। उनकी इस कमी से उन्हें एक बार स्कूल से निकाल भी दिया गया था। जब उनके टीचर उनसे कोई सवाल पूछते थे, आइंस्टाइन ऐसे सवाल दाग देते जिनका जवाब टीचरों को नहीं आता था। उनकी इस काबिलियत से टीचर उनसे बेहद चिढ़े रहते थे। आइंस्टाइन खुद से सवाल करते रहे और आखिर में कभी न भुलाया जाने वाला नाम बन गए। 
 
2. वोल्फगैंग एमेडियूस मोजार्ट 
 
संगीतकार मोजार्ट ऑटिज्म से पीड़ित थे। बचपन में ही उन्होंने संगीत को अपना लिया था। वह पांच वर्ष की उम्र से ही, कीबोर्ड और वायलीन पर जबरदस्त प्रदर्शन करने लगे थे। इतनी ही छोटी उम्र में उन्होंने उस समय यूरोप के राजपरिवार के सामने पर्फोर्म किया था। आज उन्हें दुनियाभर में उनके बेहतरीन संगीत के लिए याद किया जाता है। 
 
3. सर आइजैक न्यूटन 
 
सर आइजैक न्यूटन की प्रतिभा शब्दों के परे है। सेब के धरती पर गिरने से उठा सवाल, हमारे पैरों का जमीन से जुड़ा होने का कारण बताता है। फिजिक्स के महान ज्ञाता, न्यूटन को अकेले रहना पसंद था। वह खुद के सबसे अच्छे साथी थी और सोशल जिंदगी उन्हें मुश्किल लगती थी। 
 
4. चार्ल्स डारविन 
 
चार्ल्स डारविन भूगर्भ विज्ञानिक और नेचरल हिस्ट्री के ज्ञाता थे। उन्हें खासतौर पर उनकी एवोल्यूश थ्योरी के लिए जाना जाता है। उन्होंने बताया कि सभी प्राणी एक ही प्रकार के जीवों के बदले स्वरूप का नतीजा हैं।  मॉडर्न बॉयलोजी के पिता कहे जाने वाले, डारविन अपना अधिकतर समय अकेले बिताते थे। इन्हें ऑटिज्म था जिसके कारण यह किसी भी चीज पर बहुत अधिक फोकस करते थे। 
 
अगले पेज पर हमेशा सफेद कपड़े पहने की जिद, क्या थी वजह ... 

5. मिचेलेंजेलो 
 
मिचेलेंजेलो हाई रेनांसा दौर (नवजागरण) के एक चित्रकार, आर्किटेक्ट,कवि, डिजाइनर और इंजीनियर थे। उन्होंने वेस्टर्न आर्ट पर खासा प्रभाव छोड़ा। उन्हें उनके दौर का सबसे काबिल आर्टिस्ट माना जाता था। इसके साथ ही दुनिया में हुए प्रसिद्ध कलाकारों में वह गिने जाते हैं। इतने गुणी मिचेलेंजेलो को हल्का ऑटिज्म था। शायद इसी का नतीजा है कि वह इतने बड़े कलाकार बने।  
 
6. एमीली डिकिंसन 
 
एमीली डिकिंसन ऑटिज्म से पीड़ित थीं। उन्हें एस्पर्जर सिंड्रोम था। उनके आसपास के लोग उन्हें पागल या सनकी समझते थे। वह हमेशा सफेद कपड़े पहने रहती थीं। वह मिलने आए लोगों के साथ सही तरीके से संवाद नहीं करती थीं। उनकी सोशल प्रेजेंस अजीब होती थी परंतु उनके शब्द बहते हुए लगते थे। एमीली डिकिंसन ने कभी शादी नहीं की।  
 
7. टिम  बर्टन 
 
टिम बर्टन एक फिल्ममेकर, निर्माता, कलाकार और एनीमेटर थे। वह एस्पर्जर सिंड्रोम से पीड़ित थे। उनकी फिल्में रहस्यमय, कल्पना से भरी होती थी। उनकी कुछ खास फिल्मों में एडवर्ड सीजरहैंड, बीटलज्यूस, द हॉरर बिफोर क्रिस्मस और अनेकों प्रसिद्ध शामिल हैं। कोर्प्स ब्राइड जैसी बढ़िया फिल्म बनाने वाले, टिम अपनी सारी उर्जा फिल्म मेकिंग में लगा देते थे। 
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8. स्टैंले कुब्रिक 
 
स्टैंले कुब्रिक  अमेरिकन फिल्म निर्देशक, स्क्रीन राइटर, निर्माता, सिनेमैटोग्राफर, एडिटर और फोटोग्राफर थे। इन्हें न सिर्फ अमेरिका, बल्कि पूरी दुनिया के फिल्मजगत में इनके काम के लिए सराहा जाता है। इन्हें स्कूल में कोई खास पसंद नहीं किया जाता था। वह एवरेज से उपर स्टूडेंट थे। इन्हें अकेला रहना पसंद था। आगे चलकर यह दुनिया के कुछ बेहतरीन फिल्ममेकर्स में से एक बने। 
 
अगले पेज पर किसने जीता दो बार नोबल पुरूस्कार ... 
 

 
9. एलन टरिंग 
 
एलन टरिंग  ने थियोरिटिकल कम्प्यूटर साइंस के विकास में जबरदस्त योगदान दिया है। टरिंग मशीन के साथ इन्होंने अल्गोरिदम और कम्प्यूटेशन में नए फोर्मूले खोजे। द्वितीय विश्वयुद्ध के शुरू में रूकने के पीछे जिम्मेदार , एलन टरिंग न सिर्फ क्रिप्टोएनालिस्ट (सीक्रेट कोड ब्रेकर) थे बल्कि कम्प्यूटर एनालिस्ट और बायोलोजिस्ट भी थे। उन्हें भी ऑटिज्म था। 
 
10. निकोला टेस्ला 
 
टेस्ला अमेरिका के खोजकर्ता, मैकेनिकल इंजीनियर, इलेक्ट्रीकल इंजीनियर, फिजिसिस्ट, और वैज्ञानिक थे। दुनिया को अल्टरनेटिंग करंट का तोहफा टेस्ला की ही देन है। इनके प्रयास का ही नतीजा मॉर्डन एसी (अल्टरनेटिंग करंट) इलेक्ट्रीसिटी सप्लाए सिस्टम है। यह ऑटिज्म से पीड़ित थे। इनके सफल प्रयोगों के बाद इन्हें मैड साइंटिस्ट कहा जाता था। 
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11. मैरी क्यूरी 
 
मैरी क्यूरी  एक बेहद प्रतिभाशाली फ्रेंच फिजिसिस्ट और केमिस्ट थीं। उन्होंने रेडियो एक्टिविटी पर रिसर्च किए। वह पहली महिला नोबल पुरूस्कार विजेता थीं। वह अकेली ऐसी महिला हैं जिन्होंने यह पुरूस्कार दो बार जीता है। न्यूक्लियर एलीमेंट की खोज करने वाली, मैरी क्यूरी को ऑटिज्म से पीड़ित माना जाता है। 
 
अगले पेज पर इस भारतीय गणितज्ञ ने किया विदेश में प्रभावित ... 

 
12. लुइस कैरोल 
 
 लुइस कैरोल  अंग्रेज लेखक, गणितज्ञ, लोजिशियन और फोटोग्राफर थे। उनकी सबसे प्रसिद्ध कृति एलिस इन वंडरलैंड है। इसके दूसरे हिस्से 'थ्रू द लुकिंग ग्लासेस' ने भी जबरदस्त प्रसिद्धी हासिल की।  लुइस कैरोल को बड़े लोगों से बात करने में दिक्कत होती थी। उन्हें बड़ो की अपेक्षा बच्चों का साथ अधिक पसंद था। माना जाता है वे ऑटिज्म से पीड़ित थे। 
 
13. सर आर्थर कोनन डोयले 
 
दुनिया के सबसे बेहतरीन जासूसी पात्रों में से एक, शर्लोक होम्स के जन्मदाता सर आर्थर कोनन डोयले, लोगों से अलग थलग रहना पसंद करते थे। सर आर्थर कोनन डोयले  एक लेखक और फिजिशियन थे। शर्लोक होम्स को क्राइम फिक्शन के रूप में सबसे बेहतरीन रचनाओं में से एक माना जाता है। सर आर्थर कोनन डोयले साइंस फिक्शन के अलावा, प्ले, रोमांस, कविताएं, और हिस्टोरिकन नॉवेल भी लिखते थे।
 
14. श्रीनिवास रामानुमन 
 
गणित पर कई किताबे लिखने वाले श्रीनिवास रामानुमन को लंदन में अपने पढ़ाई के दौरान अन्य किसी विषय में ध्यान लगाने में समस्या होती थी। इस समय वह सबसे अधिक प्रसिद्ध गणितज्ञों जी एच हार्डी के पास काम कर रहे थे।  रामानुजन ने शुरूआत में अपनी खुद की गणितिय रिसर्च किए। इन्हें भारतीय गणितज्ञों द्वारा सराहा गया। बाद में रामानुजम ने यूरोप जाकर नई थ्योरम को खोजा। 
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