मांट्रियल। निरंकारी संप्रदाय के प्रमुख और आध्यात्मिक धर्मगुरु बाबा हरदेवसिंह का एक सड़क हादसे में कनाड़ा में शुक्रवार को निधन हो गया। बाबा 62 वर्ष के थे। एक जानकारी के मुताबिक मांट्रियल में बाबा हरदेवसिंह की कार पलट गई, जिससे उनका निधन हो गया।
23 फरवरी 1954 को दिल्ली में जन्मे बाबा हरदेव की प्रारंभिक पढ़ाई घर में ही हुई, इसके बाद दिल्ली के रोटरी पब्लिक स्कूल, पटियाला के यादविंदर पब्लिक स्कूल और दिल्ली विश्वविद्यालय में उनकी पढ़ाई हुई।
बाबा हरदेव ने 1971 में निरंकारी सेवा दल से जुड़ गए और 1980 में निरंकारी मिशन के प्रमुख बने। उन्हें अपने संगठन में सतगुरु के नाम से जाना जाता है। भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन ने बाबा के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने ट्वीट किया- 'निरंकारी बाबा हरदेव सिंह की मॉन्ट्रियल में सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। उनके निधन की खबर बहुत दुखद है।'
सोनिया ने जताया शोक : कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने संत निरंकारी बाबा हरदेव सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। कांग्रेस अध्यक्ष ने संत निरंकारी के अनुयायियों को भेजे अपने शोक संदेश में कहा कि आध्यात्मिक गुरु और निरंकारी समाज ने जो आध्यात्मिकता में समानता के जिन मूल्यों और सादगी को प्रतिपादित किया है, वे हमेशा प्रासंगिक बने रहेंगे। (वार्ता)