ढाका। बांग्लादेश की एक अदालत ने एक व्यक्ति की हत्या में सात आतंकवादियों को आज मौत की सजा सुनाई। अभियोजन पक्ष के वकील राथिश चंद्रा भौमिक ने बताया कि बंगलादेश के रंगपुर जिले में नवंबर 2015 में तीर्थ स्थल की देखरेख करने वाले 60 वर्षीय रहमत अली की नृशंस हत्या कर दी गई थी।
अदालत ने बांग्लादेश में सक्रिय आतंकवादी संगठन जमात-उल-मुजाहिद्दीन के सदस्यों को सजा सुनाई और छ: अन्य आरोपियों को बरी कर दिया। पुलिस का मानना है कि इस्लामिक स्टेट (आईएस) के अंतर्गत काम करने वाला यह आतंकवादी समूह जुलाई 2016 में ढाका के रेस्तरां में हुए 22 लोगों के नरसंहार के लिए भी जिम्मेदार है। इस हमले में मारे जाने वाले ज्यादातर लोग विदेशी थे।
बांग्लादेश सरकार हालांकि हमेशा से ऐसे किसी भी आतंकवादी संगठन की मौजूदगी को खारिज करती रही है और घरेलू आतंकवादियों को जिम्मेदार मानती रही है लेकिन सुरक्षा विशेषज्ञों की राय इसके विपरीत है। (भाषा)